आईफोन का जन्म – आज आईफोन हर किसी की पहली पसंद बन गई है.
आईफोन के अपग्रेडेड वर्जन के बाजार में आने से पहले ही लोग उसे खरीदने के लिए बेताब हो जाते हैं.
आईफोन ने लोगों की जिंदगी को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है क्योंकि जिसके हाथ में एप्पल का आईफोन होता है उसे अच्छे स्टेटस वाला समझा जाता है.
आईफोन को बाजार में आए 10 साल हो चुके हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईफोन को बनाने के पीछे किसका दिमाग लगा है और आखिर इसका अविष्कार कैसे हुआ.
चलिए हम आपको बताते हैं कैसे हुआ आईफोन का जन्म – इसके पीछे की एक दिलचस्प कहानी.
आईफोन का जन्म –
स्टीव जॉब्स ने 10 साल पहले बनाया आईफोन
दरअसल ये स्टीव जॉब्स के दिमाग का ही कमाल है जिसकी वजह से लोगों को महंगे फोन का चस्का लग गया और लोगों के हाथों में महंगा आईफोन आ गया.
आपको बता दें कि आईफोन को गोपनीयता के साथ तैयार किया गया था. बताया जाता है कि स्टीव जॉब्स ने स्कॉट फोर्स्टाल से एक टीम तैयार करने को कहा जिनके हाथों में आईफोन बनाने की जिम्मेदारी दी जानी थी. लेकिन यहां स्टीव जॉब्स ने एक शर्त रखी थी कि इस टीम का कोई भी सदस्य एप्पल से बाहर का नहीं होना चाहिए.
टीम में शामिल इंजीनियरों और टीम के सदस्यों को सिर्फ यही बताया गया था कि यह एक अद्भुत और नया प्रॉडक्ट होगा.
इस टीम में शामिल लोगों ने दिन रात कड़ी मेहनत की और कई सालों तक वीकेंड पर भी कां किया. इतना ही नहीं इस आईफोन को बनाने के चक्कर में कई लोगों की शादीशुदा जिंदगी भी बर्बाद हो गई. बावजूद इसके स्टीव जॉब्स ने आईफोन को लेकर कोई समझौता नहीं किया.
इसे सीक्रेट तौर पर प्रोजेक्ट पर्पल नाम दिया गया
एप्पल के आईफोन को तैयार करने के इस काम की गोपनियता को बरकरार रखने के लिए इसे प्रोजेक्ट पर्पल का नाम दिया गया. इससे जुड़ी टीम ने अमेरिकी शहर क्यूपरटीनो की एक इमारत को ले लिया और उसे लॉक कर दिया.
इस बात की भनक किसी को नहीं लगी कि इस इमारत में क्या काम चल रहा है क्योंकि लोग अंदर ही रहते और काम करते थे. काम के बोझ से कई लोगों की हालत तक खराब हो गई थी. इन सबके बावजूद स्टीव जॉब्स चाहते थे कि किसी भी हालत में इसकी गोपनियता बनी रहे.
यहां दिलचस्प बात तो यह है कि एप्पल ने अलग-अलग समूहों के लोगों को अलग-अलग कोड और नाम दिए थे. ताकि इससे लोगों को यह पता ना चल सके कि दूसरा व्यक्ति भी उसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है.
एप्पल ने इस प्रोजेक्ट के लिए हजारों इंजीनियरों की टीम जुटाई थी और उन्हें तीन साल के मिशन से जोड़ा गया था, जिसका नाम प्रोजेक्ट पर्पल 2 रखा गया था. तब जाकर 29 जून 2007 को पहला आईफोन दुनिया में लॉन्च किया गया.
इस तरह से हुआ था आईफोन का जन्म – गौरतलब है कि एप्पल के आईफोन के डिजाइन में पिछले 10 सालों से कोई खास बदलाव नहीं किया गया है. बस इसके फीचर्स वक्त के साथ बदलते चले गए. स्टीव जॉब्स और उनकी टीम की कड़ी मेहनत और लगन की वजह से ही आईफोन का सपना 10 साल पहले साकार हो सका था.