बदमाशों के हौसले – आजकल महिलाओं और बच्चियों पर होने वाली रेप की घटनायें रूकने का नाम नहीं ले रही है।
उन्नाव, सूरत, बिहार, कठुवा आज देस का की कोना महिलाओं के लिए सुरक्षित नज़र नहीं आता। बलात्कार, मर्डर जैसे दिल को जंझौर देने वाले मामले आये दिन खबरों का हिस्सा होते है, लेकिन इस बीच एक 8 साल की बच्ची पूरे देश की महिलाओं के लिए एक मिसाल बनकर खबरों में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। 8 साल की इस मासूम के साहस और अपनी हिम्मत से 2 बदमाशों के हौसलों को पस्त कर दिया।
यह घटना जयपूर के बजाज नगर थाना इलाके की है, जहां एक 8 साल की बच्ची घर से मात्र 50 किलों मीटर की दूरी पर दूध लेने गई थी।
बच्ची को रोड़ पर अकेला देख बदमाशों ने बच्ची को उठाने का प्लान बनाया और बच्ची के पास आकर उससे उसके स्कूल के बारें में पूछने लगे। इसके बात उन्होंने मौका देखते ही बच्ची को उठाकर अपनी बाइक पर बैठा लिय़ा। अब बदमाश बाइक स्टार्ट कर फरार होने की फिराक में थे, कि एकाएक बच्ची ने आव देखा ना ताव और अपने बचाव के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। बदमाशों के हौसले इतने कि उन्होंने बच्ची के चिल्लाने के बावजूद उसे छोड़ा नहीं। उन्होंने बच्ची को चुप कराने के लिए बच्ची पर एक नुकीली चीज से उसे चुभाकर चुप कराने की कोशिश की, लेकिन बच्ची ने समझदारी दिखाते हुए चिल्लाना बंद नहीं किया। थोड़ी देर में ही बदमाशों की बाइक खराब हो गई, जिसके बाद बच्ची ने मौके का फाय़दा उठाया और बदमाशों से पीछा छुड़ा कर भागती हुई अपने घर पहुंच गई।
बच्ची जब रोती हुई मां के पास पहंची तो मां ने रोने की वजह जाननी चाही।
तब उसने मां को रोते हुए अपनी सारी आपबीती सुनाई। जिसके बाद बच्ची की मां जैमिनी बच्ची को बजाज नगर पुलिस स्टेशन में उसके अपहरण की रिपोर्ट करने पहुंची। जहां मां ने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद बजाज नगर थाना की पुलिस भी हरकत में आयी और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई।
फिलहाल पुलिस पूरे इलाकें में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल रही है। ताकि उन बदमाशों का पता लगाया जा सके और बच्ची के जरिये उनकी शिनाख्त की जा सके। बच्ची की मां ने बच्ची के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच की मांग की। मामले पर जांच पड़ताल करते हुए पुलिस गोपालपुर इलाके से लेकर मूर्तिकला कॉलोनी में लगे एक-दो सीसीटीवी कैमरे में अपहरर्णकर्ताओं के चेहरे तलाशने की कोशिश कर रही है। हालांकि बच्ची ने भी बदमाशों के चेहरे के बारे में बताते हुए बताया है कि ‘अकंल का रंग सांवला था और उन्होंने चश्मा भी लगा रखा था। इसके साथ ही बच्ची ने यह भी बताया कि उन बदमाशों के पास एक बैग भी था।’
खबरों के अनुसार यह घटना पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर गोपालपुरा बाईपास जैसे व्यस्त रोड़ पर हुई। जहां लोगों की आवाजाही लगी ही रहती है। बदमाशों के हौसले को देखते हुए ये बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर बच्चियां और महिलायें कहां सुरक्षित हैं।
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