हनीट्रैप का मामला – नर्स या चिकित्सा से जुड़े व्यवसाय की बात जब भी होती है तो सभी के दिमाग में एक सकारात्मक तस्वीर ही उभरती है|
सभी लोगों का यहीं मानना होता है कि यह एक ऐसा प्रोफेशन है जिसे नोबल प्रोफेशन कहा जाता है लेकिन जब इससे जुड़े लोगों ही धोखाधड़ी करने के जुर्म दोषी पाए जाये तो आप क्या कहेंगे?
धोखाधड़ी का ऐसा ही एक मामला हरियाण राज्य के यमुनानगर क्षेत्र से सामने आया है, जिसमे वहां के किसी अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स ने एक एम्आर (मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव) से धोखे और धमकी देकर एक बड़ी रक़म वसूलनी चाही लेकिन पुलिस ने उसे रंगे हाथों धर दबोचा|
यमुनानगर में मंगलवार को सीआईए पुलिस ने एक हनीट्रैप का मामला पकड़ा है। पकड़ी गई महिला नर्स है, जो एक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को केस में फंसाने का डर दिखाकर 50 हजार रुपये मांग रही थी। आरोप है कि वह इससे पहले लगभग 4 लाख रुपये ले चुकी थी। महिला इससे पहले तीन शादियां कर चुकी है और तीनों पतियों से तलाक ले चुकी है। पुलिस ने आरोपी महिला को रंगे हाथों पैसे लेते गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गुमथला गांव की रहने वाली सीमा उर्फ सिम्मी शहर के एक अस्पताल में नर्स की नौकरी करती थी। उसकी तीन शादियां हो चुकी है। पहली शादी 2008 में हुई, इसके बाद दूसरी शादी 2010 में हुई जबकि तीसरी शादी 2014 में हुई। तीनों शादियों में सीमा का तलाक हो चुका है। वह 2014 से यमुनानगर में रह रही थी और अस्पताल में नर्स के पद पर कार्यरत थी। शिकायतकर्ता चेतन एक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव है, जो उस अस्पताल में लगातार जाता था। चेतन का आरोप है कि यहां उसकी दोस्ती सीमा से हो गई। दोस्ती के बाद सीमा ने उससे पैसे मांगने शुरू कर दिए। शुरूआत में उसने पैसे दिए लेकिन बाद में सीमा धमकी देकर पैसे ऐंठने लगी। चेतन का आरोप है कि वह सीमा को अभी तक चार लाख रुपये दे चुका है। इस बार सीमा ने 50 हजार रुपये की डिमांड की थी और धमकी दी थी कि यदि पैसे नहीं दिए तो तुम्हारे घर के बाहर आकर कपड़े फाड़ लूंगी।
सीमा की धमकी के बाद चेतन पुलिस के पास पहुंचा और उसके खिलाफ शिकायत दी। सीआईए ने चेतन की शिकायत पर श्री भगवान ने कार्रवाई करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ये था हनीट्रैप का मामला – महिला नर्स द्वारा की गयी ऐसी करतूत आम लोगों के दिल में एक शंका तो ज़रूर बैठा देगा क्योकि चिकित्सा से व्यवसाय है ही ऐसा| खैर हम सब भी ऐसे मामलों से ये सीख तो ज़रुर ले सकते है कि बिना डरे हर गलत बात का विरोध करते हुए कानून की सहायता से ग़लत कामों को अवश्य रोक सकते है| ताकि ऐसे अपराधियों के दिल में दोबारा किसी और के साथ ऐसी धोखेबाजी करने से पहले कानून का डर रहे और वह ऐसा करने से पहले दस बार अवश्य सोचे|