8. समाज में इज्जत नहीं मिलती है इनको
आप बेशक कितने ही कानून बनवा लो और कानून के दम पर शादी भी कर लो किन्तु किसी भी देश का समाज समलैंगिक लोगों को इज्जत नहीं दे सकता है. यह लोग इज्जत की जिंदगी जी लेंगे ऐसा सोचना भी गलत है.
ये है समलैंगिक रिश्ते और समान सेक्स के नुकशान – तो इस तरह से यह बातें साबित करती हैं कि समलैंगिकता किस स्तर तक इंसान और उसके समाज को नुकसान पंहुचा रही है. जिस तरह से समलैंगिकता को धन के आधार पर सही साबित किया जा रहा है तो आने वाले समय में इसके भयंकर दुष्परिणाम भी इंसान को भुगतने ही पड़ेंगे.