3. नेचुरल कानून को तोड़ रहे हैं समलैंगिक लोग
नेचुरल कानून बताता है कि पुरुष स्त्री के बिना अधूरा है और स्त्री का पुरुष के बिना वजूद नहीं है. लेकिन समलैंगिक लोग इस कानून को तोड़ रहे हैं. अगर यह कानून टूटता है तो इसका परिणाम सम्पूर्ण मानव जाति को भुगतना होगा.