सफेद बाल की बीमारी – हम सभी जानते हैं की उम्र के साथ-साथ हमारे शरीर के अंग भी बूढ़े होने लगते हैं और इसका सीधा असर हमारे बाहरी शरीर पर दिखता है.
जैसे की चेहरे की झुरीया हड्डियों का कमजोर होना घुठनो में दर्द उठना और बालों का सफेद होना.
इन सब में हमारे बुढ़ापे को जो सबसे ज्यादा झलकाता है वो या तो झूरीया होती है या सफेद बाल. एक समय था जब ये चीजें सिर्फ ज्यादा उम्र के लोगों में ही देखने को मिलती थी लेकिन आज कल ये बीमारी के रूप में युवाओं में भी देखने को मिल रही हैं. अग्र आपके भी बाल कम उम्र में सफेद होने लगे हैं तो ये एक चिन्ता का विषय है.
आज कल सभी की पर्सनेलेटी के लिए सबसे खास बात होती है उनका हेयरस्टाईल लेकिन जब हेयर ही नहीं बचेंगे तो स्टाइल कहा से रखोगे?
इसलिए आपको भी अपने बालों का अभी से ख्याल रखना शुरू कर देना चाहिए.
सफेद बाल की बीमारी –
आखिर क्या कारण है कम उम्र में सफेद बाल आने का
आज कल सभी अपनी जिंदगी में इतने ज्यादा व्यस्थ हो जाते हैं की वह अपनी का खयाल भी नहीं रख पाते हैं. बता दे की बालों का कम ध्यान रखने के कारण उनकी जड़ों में पाए जाने वाली सेबेक्वसग्रंथिया में सेबुम नाम का तैलीय तत्व मौजूद होता है जो की हमारे बालों ला रंग निर्धारित करता है. यही तत्व हमारे बालों को पोषण प्रदान करता है और इसी की कमी के कारण हमारे बाल जल्दी सफेद होने शुरू होते हैं. आमतौर पर पुरुषों के बाल 35 से 40 वर्ष की उम्र में सफेद होने शुरू होते हैं और 50 वर्ष की आयु तक ज्यादातर बाल सफेद हो जाते हैं.
सफेद बाल होने के मुख्य कारण
माना जाता है की अधिक समय तक जुखाम होने पर भी बाल सफेद होने का खतरा रहता है तो इसलिए जुखाम का जल्द से जल्द इलाज करा लेना बहुत जरूरी है.
बाल सफेद होने के पीछे अन्य बीमारियाँ भी कारण बन सकती हैं जैसे कि – कुपोषण, खून की कमी य उसे जुड़े अन्य रोग, विटामिन 12 की कमी और अधिक चिन्ता करना.
अगर आप भी फेशनेबलहेयरस्टाईल रखने के लिए कई तरह के केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं तो आपको बता दे की इनसे आपके बालों को बहुत बुरा असर पड़ता है. खास तौर से हेयरट्रीटमेंट पर.
शैंपू, डाइ या रंग और तेल का अधिक प्रयोग आपके बालों को सफेद कर सकता है. इन सभी के विपरीत आपको आयूर्वेदिक शैंपू, बिना केमिकल वाली डाई या रंग और बिना महक वाले तेल का उपयोग करना चाहिए.
बालों सफेद होने से बचाने के लिए क्या है उपाय
बालों को सफेद होने से बचाने के लिए संतुलित भोजन, बालों की उचित सफाई रखनी चाहिए.
कई लोगों को ये बात झूठ या मजाक लगती है लेकिन ये सच्च है की अगर आप एक या दो बाल होने पर उन्हें तोड़ देंगे तो अधिक सफेद बाल आने शुरू हो जाएंगे.
मानसिक तनाव से बच कर रहे और किसी बात की चिंता न करें, आहार में दूध, पनीर, पालक, चौलाई, नींबू, आंवला, सेब, संतरा, मौसमी, हरी सब्जी, ताजे फल, अंकुरित खाद्यान्न, भोजन में कढ़ी पत्ते का इस्तेमाल आदि शामिल करें।
मानसिक तनाव से बचे और चिन्ताओ को कम करें.
इस तरह से फ़ैल रही है सफेद बाल की बीमारी – आहार में दूध पनीर पालक चौलाई नींबू आंवला सेब संतरा मौसमी हरी सब्जी ताजे फल अंकुरित खाद्यान्न को शामिल करें और भोजन में कढ़ी पत्ते आदि का इस्तेमाल करें.
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