मुंह की बदबू एक ऐसी समस्या है, जो कई लोगों में होती है.
ये कोई बीमारी नहीं बल्कि लापरवाही का नतीजा है. दातों के बीच खाद्य पदार्थों के अवशेष से जो बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं या मसूड़े संबंधी रोग, दातों की गंदगी जैसी लापरवाही की वजह से से बदबू या सांस से दुर्गंध आना आम बात है.
इसके लिए जरूरी है कि अपने दांतो की नियमित रूप से सही तरीके से सफाई करना चाहिए.
चलिए हम आपको बताते हैं कि किस तरह आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों से आप मुँह की बदबू का इलाज कर सकते है .
मुँह की बदबू का इलाज –
– सुबह और रात को सोने से पहले ब्रश जरूर करें.
– जब भी आप खाना खाएं, उसके बाद कुल्ला अवश्य करें. ताकि दातों के बीच खाध पदार्थ के अवशेष जमा ना रह सके.
– दांतो के साथ-साथ जीभ की सफाई का भी ध्यान रखें.
– अगर आपके दांत नकली हैं, तो उसकी सफाई भी रोज़ करें.
– तंबाकू और धूम्रपान के सेवन से बचें.
– साल में एक बार अपने दातों की जांच अवश्य करवाएं.
– कब्ज और एसिडिटी को अपने से दूर रखने की कोशिश करें.
– सही समय पर भोजन करना आवश्यक होता है.
– तेज गंध वाले खाद्य पदार्थ, जैसे शुगर ड्रिंक से बचें.
– बचा हुआ बासी भोजन ना करें.
– ज्यादा सल्फर युक्त भोजन का सेवन कम करें.
– मछली, मांस व अंडे से परहेज करें.
– आसानी से पचने वाले भोज्य पदार्थों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें.
– इलायची या पिपरमिंट की पत्तियां चबाएं.
मुँह की बदबू का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से –
बेकिंग सोडा :-
बेकिंग सोडा मुंह के PH बैलेंस को सुधारने में मददगार होता है. जिसके असंतुलन से दांतों में कैविटी और मसूड़ों में कमजोरी जैसी परेशानियां होने लगती है. इसके लिए बेकिंग सोडा से ब्रश करना और गुनगुने पानी में एक चम्मच सोडा मिलाकर 5 से 10 मिनट तक कुल्ला करना बेहद लाभदायक होता है. मुंह की बदबू दूर करने में ये काफी सहायक होता है.
सौंफ :-
मुंह में बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने में मददगार है. और सौंफ पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में भी सहायक होता है. जो मुंह में बदबू पैदा करने में बड़ा योगदान देता है. भोजन करने के बाद खाने से मुंह से बदबू नहीं आती है.
दालचीनी :-
इसमें मौजूद सिनेमिक एसेंशियल ऑइल लार में मौजूद बैक्टीरिया को मारने में कारगर है. एक चम्मच दालचीनी के पाउडर को 10 मिनट तक उबाल लें, और दिन में दो बार इस घोल से कुल्ला करना बेहद लाभदायक होता है.
नींबू :-
इसमें मौजूद एसिड बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है. इसके इस्तेमाल के लिए गुनगुने पानी में नींबू का एक चम्मच रस मिला लें. और सोने से पहले कुल्ला करें. अगर दांत में सेंसिटिविटी हो तो इसका उपयोग ना करें.
अजवाइन :-
सल्फर पैदा करने वाले बैक्टीरिया भी मुंह में दुर्गंध पैदा करने का एक कारण होता है. अजवाइन चबाने से लार की मात्रा बढ़ती है, जो बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में कारगर है. इसके उपयोग के लिए आप अजवाइन को चबा सकते हैं, या दो कप पानी में एक चम्मच पिसी हुई अजवाइन मिलाकर उबाल लें और ठंडा कर माउथवाश कि तरह इसका उपयोग करना भी लाभदायक होता है.
दोस्तों ये है मुँह की बदबू का इलाज – ये कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय हैं, जिसे अपना कर मुंह की दुर्गंध को दूर रख सकते हैं. दोस्तों ये ऐसे उपाय हैं जिसे करना बेहद आसान है और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता.