2015 लाया बॉलीवुड के लिए खतरे की घंटी..
बॉलीवुड सबसे ज्यादा फिल्म बनाने वाली इंडस्ट्री है.
दुनिया में सबसे सफल रहने वाली हॉलीवुड की फ़िल्में भारत में वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाती जैसा वो फ़िल्में पूरी दुनिया में करती है.
दो चार साल में एक आध बार ही ऐसा हुआ है की किसी हॉलीवुड की फिल्म ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर छाप छोड़ी हो. ऑस्कर विजेता और भारत में शूट की गयी स्लमडॉग मिलियनेयर को भी अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी.
90 के दशक से अब तक अगर देखें तो बस जुरासिक पार्क, टाइटैनिक, स्पाइडर मैन , एवेंजर्स, हैरी पॉटर ही ऐसी फ़िल्में रही है जिन्होंने अच्छा व्यवसाय किया.
अगर 2015 को देखें तो लगता है कहानी बदल रही है और दर्शकों को कुछ नया और अद्भुत देखने का चस्का लग चुका है. बे सर पैर का मसाला छोड़ अब वो तकनीकी रूप से समृद्ध और आश्चर्यचकित करने वाले प्रभावों से भरपूर हॉलीवुड फिल्मों को तवज्जो देने लगे है.
2015 आधा बीत चुका है और अब तक केवल तनु वेड्स मनु ही हिंदी फिल्म है है जिसने 100 करोड़ का आंकड़ा पार किया है.
कुछ छोटी फ़िल्में सफल रही है पर अधिकतर बड़ी फ़िल्में घाटे का सौदा ही रही है.
ऐसा नहीं है सिनेमा हॉल दर्शकों को खींचने में नाकामयाब रहे है, नाकामयाब अगर रही है तो बॉलीवुड फ़िल्में.
इस साल की पहली 100 करोड़ पार करने वाली फिल्म कोई भारतीय फिल्म नहीं बल्कि हॉलीवुड फिल्म थी.
जी हां फ़ास्ट एंड फ्यूरियस श्रृंखला की फ्यूरियस 7 इस साल की पहली 100 करोड़ कमाने वाली फिल्म है. इस फिल्म ने करीब 110 करोड़ का कारोबार किया. इसी तरह एवेंजर्स ऐज ऑफ़ अल्ट्रोन ने भी कमाई के मामले में पिछली फिल्म का रिकॉर्ड तोड़ते हुए गब्बर और पिकू जैसी फिल्मों के सामने भी करीब 80 करोड़ का बिज़नस किया.
पिछले हफ्ते रिलीज़ हुयी जुरासिक वर्ल्ड जो पूरी दुनिया में रेकोर्ड़तोड़ कमाई कर रही है, भारत में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है. पहले चार दिन में इस फिल्म ने करीब 24 करोड़ कमाए जबकि इसी फिल्म के साथ सिनेमाहाल में आई विद्या बालन और इमरान हाश्मी जैसे सितारों से सजी हमारी अधूरी कहानी 22.5 करोड़ ही कम सकी.
ये ट्रेंड बताता है कि अगर हिंदी सिनेमा की गुणवत्ता में सुधार नहीं आया और जिस तरह हॉलीवुड की फिल्मों का आसनी से उपलब्ध हो रही है तो वो दिन दूर नहीं की हिंदी फ़िल्में दर्शकों के लिए तरस जायेगी.
खासकर साल 2015 तो एक तरह से चेतावनी है.
पहली छ माही में हॉलीवुड फिल्मों का उम्दा प्रदर्शन और आने वाले महीनों में मिशन इम्पॉसिबल, टर्मिनेटर, स्टार वार्स जैसी फ़िल्में आएंगी तो लाजमी है की हॉलीवुड भारी पड़ेगा बॉलीवुड पर.