5. जब कुछ समझ ना आये तो मानसरोवर जायें
अब अगर आपको यह लगे कि जीवन व्यर्थ है, या आप किसी काम के नहीं हैं या आप अवसाद में चले जायें तो सब कुछ छोड़ एक बार मानसरोवर चले जाएँ. निश्चित रूप से आपको सत्य की प्राप्ति जरूर होगी.
तो अब निराश होने की कोई जरूरत नहीं है क्योकि निराश होने से बेहतर है कि आप घुमने की जगहें देखे और एक नई शुरुआत करें. बस बेहतर होगा कि नई शुरुआत से पहले आपकी सकारात्मक ऊर्जा टॉप पर हो. इसके लिए आपको कुछ भी नया करने से पहले प्रकृति के साथ समय जरूर बिताना चाहिए.