सबसे पुराना स्वास्तिक चिन्ह उक्रेन की गुफाओं में मिला है. लेकिन किसी सभ्यता में प्रचलित रूप में इस चिन्ह का सबसे पुराना उपयोग दक्षिणी यूरोप में 8000 वर्ष पूर्व मिलता है. बौद्ध सम्प्रदाय में भी भगवान् बुद्ध के मंदिरों में स्वास्तिक चिन्ह पाए जाते है. बौद्ध धर्म में इस चिन्ह को शांति और सब के सुख से जोड़ा गया है.