हिंदुस्तान का इतिहास – हमारा भारत कितना बड़ा था?
कौन-कौन से राज्य इससे अलग हुए? सवाल तो कई है और जवाब भी बहुत कम लोग जानते है।
जी हां भारत से टूटकर बनें है कुल 15 देश।
चलिए आपको भी बता देते है अंखड हिंदुस्तान का इतिहास क्या है। भारत पूरे विश्व में बहुत बड़ा था । समय के साथ यहां बटवारे होते गए और कई देश बनें. आपको ये जानकर हैरानी होगी की भारत एक मात्र ऐसा देश है जिसने 15 देश को जन्म दिया।
आईए जानते है हिंदुस्तान का इतिहास और उन 15 देशों के बारे में जो भारत से अलग हुए ।
हिंदुस्तान का इतिहास –
1 ईरान-
जब भारत से आर्यन ईरान में बलुचिस्थान में पहुंचे तब वहां बस गए, उसी से इसका इरयाना नाम पड़ा । उसके बाद अरबो ने यहां आक्रमण किया और यहीं बसेरा कर लिया । तब इसका नाम ईरान पड़ा।
2 कम्बोडिया-
प्रथम शताब्दी में कम्बोडिया नामक भारतीय ब्राह्मण ने इस देश में हिन्दू राज की स्थापना की। इसी से इसका नाम कम्बोडिया पड़ा। आगे जाकर ये स्वतंत्र देश बना।
3 वियतनाम-
इस देश का नाम पहले चम्पा था। ये भारत का एक अंग था। 1825 में चम्पा हिन्दुराज समाप्त हो गया जिसकी वजह से ये एक अलग देश बनने को मजबूर हो गया।
4 मलेशिया-
यहां बौध धर्म को भारतीयों ने स्थापित किया । ये देश भारतीय संस्कृति लिए मशहूर था। 1948 में अंग्रेजों से आजाद होकर ये भारत से अलग हो गया।
5 इंडोनेशिया-
एक वक्त में ये भारत का संपन्न देश हुआ करता था। लेकिन यहां हिन्दु कम रहते थे। फिर ये एक अलग मुस्लिम देश बना। परंतु यहां आज भी एक राम मंदिर है। जहां मुस्लिम पूजा करते है।
6 फिलिपंस-
मुसलमानों ने आक्रमण कर यहां कई सालों तक राज किया। उन्होंने अपना राजकाज यहां अच्छे से जमा लिया और अलग हो गया। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की यहां आज भी भारतीय रिति रिवाज मनाए जाते है।
7 अफगानिस्तान-
ये कभी भारत का ही अंग हुआ करता था। यहां हिंदु अम्बी का राज था। जिसने सिकंदर से संधि कर उसे ये राज्य सौंप दिया था। महाभारत के शकुनि और गांधारी यहां के ही थे। इस्लाम के बाद ये भारत के सांस्कृतिक रुप से भी अलग देश बन गया।
8 नेपाल-
ये भी भारत का एक अंग था। इसका एकाकीकरण एक गोरखे ने किया। महात्मा बुद्ध भी इसी राजवंश के ही थे। लेकिन धीरे-धीरे ये भी भारत से अलग हो गया।
9 भूटान-
ये पहले भारत के भद्रदेश में से एक के लिए जाना जाता था। हमारे ग्रंथों में भी इसका उल्लेख मिलता है। लेकिन इसने 1949 में खुद को संपन्न औऱ अलग देश घोषित करा लिया। हमारे ग्रंथों में त्रिविशिस्ट के नाम से ये जाना जाता था। भारतीय शासको को हराकर चीन ने इसे अपने में मिला लिया।
10 श्रीलंका-
पहले इसका नाम ताम्रपानी था। सबसे पहले पुर्तगाली, फिर अंग्रेजो ने यहां अपना अधिकार साबित किया। 1937 में अंग्रेजो ने इसे भारत से अलग करा लिया।
11 म्यांमार-
इसका पहले नाम बर्मा था। यहां का प्रथम राजा वाराणसी का राजकुमार था। 1852 में अंग्रेजो ने यहां अधिकार किया। 1937 में इसे भारत से अलग कर दिया गया।
12 पाकिस्तान–
यहां आजादी के बाद बहुत से हिन्दु मंदिर तोड़ दिए गए थे, ये बात सभी जानते है। हिन्दुओं के लगातार विरोध करने की वजह से इसे भारत से अलग कर दिया गया।
13 बांग्लादेश-
ये देश भी 15 अगस्त से पहले भारत का ही अंग था। फिर पूर्वी पाकिस्तान का अंग बना। 1971 में भारतीय फौज ने इसे पाकिस्तान से अलग कराया।
14 थाईलैंड-
इसका प्राचीन भारतीय नाम श्यामदेश था। पहले यहां हिन्दू राजस्व था। बाद में यहां बौध्यप्रचार हुआ औऱ ये भी भारत से अलग हो गया।
15 तिब्बत-
हमारे ग्रंथो में त्रिविशिस्ट ने नाम से इसका नाम मिलता है। भारतीय शासको ने हरा कर चीन ने इसे अपने में मिला लिया था। फिर ये चीन से भी अलग हो गया।
ये है ना अंखड हिंदुस्तान का इतिहास मजेदार, इस जानकारी को बहुत कम लोग ही जानते है क्योंकि इन देशों का भारत से अलग होने को बुरा सपना मान हर कोई भूलजाना चाहता है इसलिए अकसर इसकी चर्चा नहीं होती। लेकिन अपने देश के इतिहास को भी जानना जरुरी है।