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देखो पाकिस्तान कैसे बोल रहा है ‘जय श्री राम’

भारत में मंदिरों का होना तो एक आम बात है, पर पाकिस्तान में मंदिरों का होना एक अनोखी बात है.

यहाँ सुबह की आरती से लेकर, शाम की आरती तक पाकिस्तानी हिन्दू, जय श्री राम, जय हनुमान और शिव जी के नारों के साथ, भगवान की पूजा करते हैं, आईये पढ़ते हैं, पाकिस्तान में स्थित 5 प्रमुख हिन्दू मंदिरों के बारे में-

  1. पुराने पंचमुखी हनुमान मंदिर (कराची)

कराची के इस 1500 साल पुराने पंचमुखी हनुमान मंदिर में आज भी काफी लोग जाते हैं.मंदिर के बारे में बताया जाता है कि बजरंग बली जी यह मंदिर 1500 साल पुराना है. यहाँ हनुमान जी के पांच सिर वाली मूर्ति है, इसीलिए मंदिर को पंचमुखी वाला हनुमान मंदिर कहते हैं. यह कराची के शॉल्जर बाजार में स्थित है.

Hanuman Temple – Karachi

  1. राम मंदिर (इस्लामकोट)

भगवान श्री राम जी, भारत से लेकर पाकिस्तान तक सबके प्रिय हैं. आज भी जो हिन्दू पाकिस्तान में रह रहे हैं, वह सभी भगवान राम जी के मंदिर में माथा जरूर टेकते हैं. यह पाकिस्तान में भगवान राम जी का इकलौता एतिहासिक मंदिर है. मंदिर इस्लामकोट में स्थित है.

Ram Mandir – Islamkot

  1. हिंगलाज माता मंदिर (बलोचिस्तान)

हिंगलाज माता मंदिर को प्यार से “नानी का हज”, “नानी का मंदिर” कहते हैं. कराची से 120 कि.मी. उत्तर-पश्चिम में हिंगोल के तट यह स्थित है. यह हिन्दुओं के 51 शक्ति पीठों में एक माना जाता है. पाकिस्तानी हिन्दुओं में यह काफी प्रसिद्ध है.

Shri Hinglaj Mata Mandir

  1. वरूणदेव मंदिर (कराची)

कराची के मनोरा केंट स्थित वरूणदेव मंदिर का इतिहास हमें बताता है कि यह मंदिर 160 साल पुराना है. भगवान वरूण जी के दर्शनों के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं.

यहां शिव भगवान और हनुमान जी के भी छोटे मंदिर बने हुए हैं. साल में शिवरात्रि और हनुमान जयंती पर हमेशा यहाँ धार्मिक कार्यक्रम किये जाते हैं.

Varun Dev Mandir – Karachi

  1. कटासराज मंदिर (चकवाल )

पाकिस्तान में भगवान शिव का ऐतिहासिक मंदिर ना हो, ऐसा हो नहीं सकता. कटासराज जी का मंदिर भगवान शिव जी का ही मंदिर है. यह लाहौर से 270 किलोमीटर दूर है.

कहा जाता है कि यहाँ स्थित शिवलिंग की पूजा, पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान की थी. पांड़वों ने अपने अज्ञातवास के 4 साल कटासराज में ही बिताए थे. कटासराज मंदिर परिसर में बने जल कुंड की काफी धार्मिक विश्वसनीयता है.

Katasraj Temple – Pakistan

कभी पाकिस्तान, भारत का ही अंग हुआ करता था. दोनों देशों में धार्मिक एकता थी, सद्भावना थी. हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई दोनों प्यार से रहते थे. 1947 में विभाजन हुआ, भारत में अधिकतर हिन्दू लोग आ गये और पाकिस्तान में हमारे मुस्लिम भाई चले गये. लेकिन आज भी हमारे धार्मिक स्थान जहाँ थे, वहीँ स्थित हैं.

पाकिस्तान में भगवान के मंदिर स्थित हैं, तो भारत में अल्लाह की मस्जिदें.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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