इस जगह पर यह शिव मूर्ति भी समुद्र के अंदर ही मिली, जो इस जगह पर उस समय की जाने वाली शिव पूजा को दर्शाता है.
यह भाग किसी नगर या महल के हिस्से जैसा प्रतीत होता है जो समुद्र में डूब गया होगा.
यह मूर्ति भी इसी समुद्र के अंदर ही स्थापित है, जो प्रचीन हिन्दू धर्म को इंगित कर रही है.