रोटी का कोई धर्म नहीं होता, पानी की कोई जात नहीं होती, जहाँ इंसानियत जिन्दा है, वहां कभी मजहब की कोई बात नहीं होती है. 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Featured · अनोखा प्यार Article Categories: विशेष