हिंदू मुस्लिम शादी – दुनिया में दो धर्मों के बीच सबसे ज्यादा नफरत पनपती है और वो हैं हिंदू और मुस्लिम धर्म।
भारत की आज़ादी और बंटवारे के बाद से ही भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के दुश्मन बन गए और इस वजह से हिंदू और मुसलमान के बीच कट्टर दुश्मनी का जन्म हुआ।
इन दो धर्मों के लोग कभी-कभी अपनी कड़वाहट को भुलाकर प्यार भी कर बैठते हैं। ऐसा कई बार हुआ है जब मुस्लिम और हिंदू लड़का-लड़की के बीच प्यार हुआ हो।
इन दो धर्मों के बीच प्यार और शादी का रिश्ता काफी मुश्किलों के बाद बन पाता है। अगर लड़का मुस्लिम हो और लड़की हिंदू परिवार से हो तो शादी के बाद कई बातें और मुश्किलें सामने आती हैं।
हिंदू मुस्लिम शादी की मुश्किलें –
- शादी के बाद लड़की को लड़के के घर ही रहना पड़ता है और किसी भी हिंदू लड़की के लिए मुस्लिम घर के तौर-तरीके सीखना काफी मुश्किल होता है।
- मुस्लिम घर में लड़कियों को उनके खाने और त्योहारों के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं होता और ऐसे में वो अपने नए परिवार के कल्चर को अपना नहीं पाती हैं।
- मुस्लिम लड़कियां अकसर घर से बाहर निकलने से पहले हिजाब या बुर्का पहनती हैं जबकि हिंदू धर्म में ऐसा कुछ नहीं होता है। हिंदू लड़कियां तो काफी खुल माहौल में पली-बड़ी होती हैं। ऐसे में उन्हें अगर हिजाब पहनने के लिए कह दिया जाए तो उनका क्या होगा।
- इसके बाद बात आती है पूजा की। मुस्लिम घर में हिंदू देवी-देवता की पूजा या मंदिर होना तो असंभव है। ऐसे में शादी के बाद लड़कियों को पूजा करने में भी दिक्कत आ सकती है।
वैसे तो आजकल के लोग पढ़े-लिखे होते हैं और कहीं-कहीं धर्म के अलग होने पर भी ज्यादा रोक-टोक नहीं की जाती है। अगर आप भी किसी मुस्लिम परिवार में शादी करके जाती हैं और वहां के लोग खुले विचारों के होते हैं तो वहां एडजस्ट करने में आपको ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।