भारत में हाई सैलरी पैकेज – अच्छी नौकरी और मोटी सैलरी पाना हर किसी का सपना होता है।
हाल ही में एचआर कंसल्टिंग फर्म रैंडस्टैट द्वारा भारत में इंप्लॉयीज़ की सैलरी ट्रेंड्स पर करवाए गए एक अध्ययन में कई महत्वपूर्ण बातें सामने आईं हैं। भारतीयों की सैलरी ट्रेंड के इस सर्वे में 1,00,000 नौकरियों और 20 क्षेत्रों यानि इंडस्ट्री को शामिल किया गया। इस सर्वे में सिर्फ उन सेक्टर्स, नौकरियों और शहरों को चुना गया है जहां मोटी सैलरी या योग्यता के अनुसार सैलरी मिलती है।
इस सर्वे में एफएमसीजी सेक्टर टॉप पर आया है। इस सेक्टर में वार्षिक सीटीसी तकरीबन 11.3 लाख रुपए है। नौकरियों के विज्ञापन में 30 फीसदी से ज्यादा नौकरियां एफएमसीजी सेक्टर में सेल्स और मार्केटिंग की होती हैं। इस सेक्टर में अनुभवी और योग्य कैंडिडेट्स की ज्यादा डिमांड रहती है।
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आता है आईटी यानि इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर। इसके साथ ही पॉवर सेक्टर भी शामिल है। इस सेक्टर में औसत सालाना सैलरी 9.8 लाख से 9.3 लाख रुपए के बीच है।
सर्वे में पता चला है कि हेल्थकेयर चौथे और टेलिकॉम सेक्टर पांचवे नंबर पर है। इन सेक्टर्स की औसत सालाना सैलरी 8.8 लाख रुपए से 8.7 लाख रुपए है।
शहरों की बात करें सबसे ज्यादा सालाना सैलरी देने के मामले में बेंगलुरु सबसे आगे है।
बेंगलुरु में औसत पैकेज 14.6 लाख रुपए का है। दूसरे नंबर पर मुंबई शहर है, यहां की औसत वार्षिक सैलरी 14.2 लाख रुपए है। तीसरे नंबर पर हैदराबाद और एनसीआर हैं जहां की औसत सालाना सैलरी 13.6 लाख रुपए और 13.5 लाख रुपए दर्ज की गई है।
इसके बाद भारत में हाई सैलरी पैकेज देने वाले शहरों की बात करें तो इस लिस्ट में चेन्नै-13.3 लाख रुपए, पुणे – 13.2 लाख रुपए और कोलकाता – 11.4 लाख रुपए के साथ शामिल है।
ये है भारत में हाई सैलरी पैकेज – नौकरियों की बात करें तो जावा प्रोफेशनल्स को सबसे ज्यादा 18.06 लाख रुपए की सालाना सैलरी मिलती है। इसके बाद डिजीटल मार्केटिंग प्रोफेशनल्स का नंबर आता है। इस फील्ड में औसत सालाना सैलरी 17.09 लाख रुपए है। इसके बाद ऑटोमेशन इंजीनियर्स का नंबर आता है जिनकी औसत सैलरी 14.67 लाख रुपए है।