धार्मिक कट्टरता आज की बात नहीं है. जब से धर्म अस्तित्व में आया है टब से ही हर धर्म में कट्टर लोग होते है.
कुछ मामलों में तो कट्टरता इस कद्र हावी हो जाती है कि लोग एक दुसरे की जान लेने से नहीं चूकते. लेकिन कभी कभी ये कट्टरता और धर्मान्धता इतनी ज्यादा हो जाती है कि आप ना सिर्फ खुद की जान ले लेते है बल्कि अपने साथ और भी बहुत से लोगों को अपनी जान लेने के लिए उकसा देते है.
ऐसी ही एक सच्ची कहानी है हेवन्स गेट कल्ट सामूहिक आत्महत्या की
सन 1972 में मार्शल एप्पलवाइट एक नर्स से मिले. मार्शल की तरह ही उस नर्स की रूचि भी ईसाई धर्म में और बाइबल की भविष्यवाणियों में थी. पहली बार मिलने के बाद ही दोनों को लगा कि वो एक दुसरे को काफी समय से जानते है.
नर्स का नाम था बोनी नेटल्स. बोनी से मिलने के समय मार्शल धर्म में इतना डूबा हुआ नहीं था. लेकिन जब बोनी ने उसे बताया कि मार्शल से मिलने के बारे में दुसरे ग्रह के प्राणियों ने पहले ही बता दिया था और ये भी बताया था कि उन दोनों का कार्य दुनिया के लोगों को ईसाइयत के बारे में बताना और उनको आगाह करना कि आने वाले समय में दुसरे ग्रह के लोग धरती पर आक्रमण कर उसे नष्ट कर देंगे.
मार्शल और बोनी अपने साथ हमेशा किंग जेम्स की बाइबल रखते थे और साथ ही वो बाज़ार में उपलब्ध विज्ञान फतांसी कहानियों को भी इस प्रकार पढ़ते थे जैसे कि वो छुपी हुई भविष्यवाणी हो.
इन दोनों ने अलग अलग चर्चों में जाकर पृथ्वी पर एलियन के आक्रमण होने की बात करनी शुरू की. शुरुआत में इन दोनों की बातों को सब बकवास मानते थे और सालों की मेहनत के बाद भी इनका सिर्फ एक ही शिष्य बना.
सफलता ना मिलने पर भी मार्शल और बोनी ने हार नहीं मानी और वो अपने काम में लगे रहे. अपनी पूरी पूँजी वो अपने मत को फ़ैलाने में लगाने लगे.
जगह जगह विज्ञापन, मीटिंग्स, समारोह आयोजन के ज़रिये धीरे धीरे उनकी बातें लोगो के मन में घर करने लगी. देखते ही देखते इनकी संस्था हेवन्स गेट के अनुयायियों की संख्या आश्चर्यजनक रूप से बढ़ने लगी.
हेवन्स गेट के अनुसार एलियंस बहुत जल्दी ही धरती की सफाई करने वाले है. मतलब जल्दी ही दुसरे ग्रह से आक्रमण होगा और सभी धर्तिवासी नष्ट हो जायेंगे .
जीवन की एक नयी शुरुआत होगी. मार्शल और बोनी अपने शिष्यों को बाइबल की कहानियों के माध्यम से ये बताते थे कि अगर मुक्ति पानी है तो एलियंस के आने से पहले ही जीसस के पास जाना होगा. हेवन्स गेट के अनुयायी एक कठिन जीवन शैली अपनाते थे और अपनी सारी सम्पत्ति त्याग कर सिर्फ प्रचार प्रसार में लगे रहते थे.
दिल दहला देने वाली सामूहिक आत्महत्या
सन 1997 में मार्शल ने एक विडियो ज़ारी किया जिसमें उसने अपने शिष्यों से कहा कि धरती को समय पर छोड़ देना ही अब एकमात्र रास्ता है. इसके लिए सबको एक साथ जान देनी होगी.
मार्शल की बातों और विचारों से प्रेरित होकर उसके 38 शिष्य इस सामूहिक आत्महत्या में शामिल होने को तैयार हो गए.
26 मार्च 1997 को हेवन्स गेट के मुख्यालय में मार्शल और उसके 38 शिष्य मरे हुए पाए गए. सभी ने एक ही तरीके से आत्महत्या की थी और सभी ने एक जैसी ही वेशभूषा पहनी थी.
डॉक्टरी जांच से पता चला कि इन सभी 39 लोगों ने एक साथ सेव के रस और वोडका में जहर मिलकर पीया था. जब पुलिस मुख्यालय पहुंची तो उन्हें दिल दहलाने वाला दृश्य दिखा 39 लोगों की लाशें एक साथ. ये अपने समय की सबसे बड़ी सामूहिक आत्महत्या की घटना थी.
इस समूह के दो और सदस्यों ने भी इसी तरीके से बाद में आत्महत्या की थी. देखा आपने धर्म के प्रति पागलपन का अंत कैसा होता है.
अपनी संक के चलते मार्शल ने ना सिर्फ खुद की जान ली बल्कि 40 और लोगों की मौत का भी जिम्मेदार बना.
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