स्मार्ट वर्क – अक्सर आपने अपने ऑफिस में देखा होगा कि कई कर्मचारी सुबह से लेकर शाम तक काफी बिजी नजर आते हैं.
जब भी उन्हे किसी दूसरे काम के लिेये बोलो तो वे कहते होंगे कि यार! काम बहुत है और मैं बहुत बिजी हूं. हमेशा ऐसे व्यस्त लोग आपको मेहनती दिखते होंगे, क्योंकि मेहनत ही सफलता की कुंजी है. लेकिन कई बार इन कर्मचारियों के इतना वर्क हार्ड करने पर भी बॉस से उनको सुनना पड़ता है.
अक्सर बॉस को कहते सुना होगा आपने “working smarter, Not harder “.
इसका मतलब साफ है कि कड़ी मेहनत तो गधे भी करते हैं, लेकिन उन्हे हासिल कुछ नहीं होता. पर आप तो इंसान है इसलिये कड़ी मेहनत तो करें लेकिन स्मार्ट बनकर. यानि अपने हार्ड वर्क को अपने स्मार्ट वर्क में बदल दीजिए. इससे आपको कई फायदे होंगे और आपका समय भी बचेगा.
स्मार्ट वर्क को करने के कुछ हैक्स आज मैं आपको बताने वाली हूं.जिन्हे हैक करके आप बॉस को और काम को दोनों को खुश कर सकेंगे.
१ – काम की प्राथमकिता
आप जब भी ऑफिस पहुंचे तो तुरंत अपने कामों की टू-डू लिस्ट तैयार कर लें.जो काम बहुत महत्वपूर्ण हो उसे पहली प्राथमिकता दें. ताकि उस काम को समय पर निपटा सकें. साथ ही अपने कलीग्स को बता दें कि आप किस प्रोजेक्ट पर काम करने जा रहे हैं, ताकि बीच में आकर वे आपको डिस्टर्ब न कर सकें.
२ – काम का 25 फीसदी ही दें
अगर आप अपने काम का 100फीसदी देंगे तो बॉस आपको हमेशा प्रेशर तले दबाकर रखेगा. इसलिये जब आपसे कुछ पूछा जाए तो सर्वज्ञाता न बनें. बल्कि ये दर्शायें कि आप किसी तरह बस कर लेंगे. ऐसे में कलीग्स आपके साथ काम करना पसंद करेंगे. वहीं बॉस भी आपके काम को एप्रीसिएट करेगा. वहीं अगर आपने दिये गये काम के प्रति यह दिखा दिया कि आपको सबकुछ पता है तो थोड़ी सी गलती आपके लिये मुसीबत बन सकती है.
३ – ईमेल्स मैनेज करें
जब भी आप सुबह ऑफिस पहुंचते हैं तो आपको सबसे पहले ईमेल्स का रिप्लाई देना होता है.इस काम के लिेये लोग अक्सर काफी समय बर्बाद कर देते हैं. ऐसे में स्मार्ट वर्क करें काम के दौरान थोड़ा समय निकाले, ताकि आप मेल्स को चेक करते रहें. वहीं जरूरी मेल्स का रिप्लाई भी दें.
४ – शॉर्टकट अपनाएं
ऑफिस काम के बीच में मोबाइल का ऑटोमैटिक रिस्पॉस मैसेज ऑन कर दें.ताकि आपका समय बच जाएं और आपको फोन करने वाले को समय रहते आपका जवाब भी मिल जाएं.
५ – ना कहना जरूरी
कई बार आप मल्टीटास्कर बनने के लिये हर काम के लिये ‘हां’ कर देते हैं. चाहे वो मन का हो या न हो. ऐसे में ‘ना’ कहना भी आवश्यक हैं. हमेशा अपनी कैपिसिटी के अनुसार काम लें.
६ – मीटिंग में एक्टिव
अगर आपके ऑफिस में बिजनेस मीटिंग होने वाली है तो उससे पहले ही उस मीटिंग का उद्देश्य जान लें. ताकि समझ आजाए कि इस मीटिंग में आप क्या योगदान दे सकते हैं औ क्या चीजें क्लियर कर सकते हैं.
७ – नॉलेजबल बने
हमेशा अपनी फील्ड के बारे में नॉलेज रखना जरूरी है. हमेशा नयी तकनीक और समाचारों से अपडेटेड रहें. परफेक्ट बनने की कोशिश कतई न करें. बस हमेशा अपने ज्ञान को बढ़ाते रहे.
स्मार्ट वर्क – वैसे तो हर कर्मचारी को अपनी नौकरी से और सैलरी से प्यार होता है, लेकिन स्मार्ट कर्मचारी वो है जो बिना किसी इनसिक्योरिटी के काम करें. जिसे टीमवर्क आता हो जिसके अंदर सीखने की ललक हो. अगर आपको सब कुछ आता है तो वन मैन आर्मी न बनें बल्कि स्मार्ट वर्क करके टीम लीडर बनने की कोशिश करें.