और कोई भरोसा करे ना करे जिस पापा के लिए उनकी संतान से बढ़कर कुछ नहीं होता, उनकी जिंदगी सुख चैन से बीते इसके लिए वो अपनी जिंदगी की हर ख़ुशी को कुर्बान कर देते है.
और कभी कभी ऐसा वक्त आता है कि वो संतान जिसके लिए माँ बाप ने पूरी जिंदगी लगा दी वही संतान अपने देव तुल्य माता पिता को तन्हा छोड़ देते है उस वक्त में जिसमे उन्हें अपनी संतान की सबसे ज्यादा जरुरत होती है.