पर यही वो वक्त होता है जब पापा को सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है हमारी. वो भी चाहते है हम से अपने अनुभव बांटना एक अभिवावक की तरह नहीं एक दोस्त की तरह.
ये तो बस कुछ ही बातें और यादें है पापा से जुड़ी हुयी लिखने बैठे तो जिंदगी और स्याही दोनों ही कम पड़ेगी पापा के बारे में लिखने के लिए.
हर बेटे का आदर्श और हर बेटी का सबसे ज्यादा ध्यान रखने वाले पापा ही तो होते है.
उनको दिखाना नहीं आता कि वो कितना प्यार करते है पर कभी महसूस करके देखो , हमारी हर ख़ुशी में सबसे ज्यादा खुश और हमारे मुश्किल वक्त में हमें सबसे ज्यादा सहारा देने वाले पापा ही होते है.