कलयुग में हनुमान को एक जीवित देवता बताया गया है.
अब आप इस बात पर यकीन करें या ना करें लेकिन हनुमान ने अपने कई भक्तों को समय-समय दर्शन दिए हैं.
अगर हनुमान का कोई भक्त इनको प्रसन्न कर देता है और वह दिल से अपने प्रिय देवता को याद करता है तो निश्चित रूप से भगवान हनुमान वहां पहुँच जाते हैं.
यह मंत्र स्वयं हनुमानजी ने पिदुरु पर्वत के जंगलों में रहने वाले कुछ आदिवासियों को दिया था.
यह पिदुरु पर्वत श्रीलंका में पड़ता है और जब हनुमान जी माता सीता को खोजते हुए यहाँ गये थे तो एक पहाड़ी पर आदिवासी लोगों ने हनुमान जी की सेवा से उनको प्रसन्न कर दिया था. तब हनुमान जी ने यह मंत्र इन लोगों को दिया था और कहाँ था कि आप जब भी दिल से इस हनुमान मंत्र का जाप करेंगे, हनुमान आपके पास साक्षात हाजिर हो जायेंगे.
हनुमान जी इस लोगों से कब-कब मिलते हैं, इस बात के प्रमाण मिल चुके हैं जिन्हें हम अपने अगले लेख में बतायेंगे. आज आप इस हनुमान मंत्र की महिमा और उपयोग विधि को जान लीजिये.
इस चमत्कारी हनुमान मंत्र का जाप करने से हनुमान आ जाते हैं आपके पास
कालतंतु कारेचरन्ति एनर मरिष्णु, निर्मुक्तेर कालेत्वम अमरिष्णु |||
पर याद रखें यह 5 शर्तें जब आप हनुमान मंत्र का जाप करे.
1. आप अगर हनुमान भक्त हैं तो आपका रिश्ता आत्मा से होगा और जब हनुमान जी आपके पास आयेंगे तो आपको उनको दिल और आत्मा से ही पहचानना होता है.
2. आप जब इस मन्त्र का जाप करें तो हनुमान जी से साक्षात् दर्शन की इच्छा ना करें. ऐसा कई बार आपके लिए नुकसानदायक साबित होता है.
3. ऐसा बोला जाता है कि जब आप इस मंत्र का जाप कर रहे हो तब आपके आसपास कुछ 1000 किलोमीटर के दायरे में अन्य कोई लोग नहीं होने चाहिए.
4. आप इस मन्त्र का जाप तभी करें तब या तो आप मुसीबत में हैं या फिर आप पूरी तरह से पवित्र हैं और अपने भगवान से मिलना चाहते हैं.
5. आप इस मन्त्र को मजाक में लेने की गलती बिलकुल भी ना करें. आप यदि मजाक –मजाक में जाप करने लगते हैं तो वक़्त आने पर यह मन्त्र काम नहीं करता है.
तो हनुमान जी के भक्त जो हनुमान दर्शन की अभिलाषा इच्छा और अभिलाषा रखते हैं वह इस हनुमान मंत्र का लाभ उठा सकते हैं. किन्तु याद रखें कि सावधानी ना रखने पर आपके साथ कुछ गलत भी हो सकता है.