सबसे बड़ा योगदान फिर भी नहीं मिला वो सम्मान
भारत की आबादी का बहुत ही छोटा हिस्सा सिख समुदाय का है लेकिन उनका योगदान सेना से लाकर अर्थव्यवस्था तक बहुत ज्यादा है.
दुःख की बात ये है कि धर्म और मज़हब की राजनीति की वजह से सिख समुदाय के योगदान को वो सम्मान नहीं मिला जिसके वो अधिकारी है.
आइये आपको कुछ आंकड़े बताते है जिनसे आपको पता लगेगा कि Singh ही है असली King
ब्रिटिश राज में फांसी पर चढ़ाये गए 121 शहीदों में से 93 सिख थे.
इसी प्रकार उम्र कैद की सजा पाने वाले 2646 लोगों में से 2147 सिख थे.
सिख आबादी का भले ही 2% हो पर भारतीय सेना में आज़ादी के बाद सबसे ज्यादा परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र सिखों के ही नाम है.
भारतीय अर्थव्यवस्था में भी एक बड़ा योगदान सिखों का है. आयकर का एक बड़ा हिस्सा सिख आबादी से आता है.
देखा आपने कोई सिक्खों पर कितने भी चुटकुले बनाये, उनका कितना भी मजाक उड़ाए पर हकीकत यही है कि Singh ही है असली King.