आपने ऐसी मार्केट के बारे में तो सुना ही होगा जहां दुल्हनें बिकती हैं। इससे पहले एक आर्टिकल में हम आपको दुल्हनों की मार्केट के बारे में बता चुके हैं लेकिन अब हम आपको दूल्हों की मार्केट के बारे में बताने जा रहे हैं।
जी हां, ये सच है कि इसी धरती पर ऐसी दो जगहें हैं जहां एक ओर तो दुल्हनें बिकती हैं तो वहीं दूसरी ओर दूल्हें भी बिकते हैं।
आइए जानते हैं इस अनोखे दूल्हों की मार्केट के बारे में।
आपको बता दें कि ये कोई बाज़ार नहीं बल्कि कंपनी के द्वारा हो रहा है। ये कंपनी दूल्हे के साथ-साथ बाराती भी किराए पर दे रही है और इस काम से ये कंपनी करोड़ों रुपए कमा रही है। ऐया वियतनाम की एक कंपनी कर रही है। यहां शादियों के लिए दूल्हे और मेहमान किराए पर लेने का कारोबार चल रहा है।
वियतनाम में लिव इन रिलेशनशिप का कल्चर बढ़ता जा रहा है और ऐसे में यहां की लड़कियों के बिना शादी के प्रेग्नेंट होने के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे मामलों में सामाजिक तिरस्कार से बचने के लिए राजधानी हनोई समेत पूरे देश में फर्जी शादियों का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यहां खुद को समाज की नज़रों से बचाने के लिए लड़कियां फर्जी शादी कर रही हैं।
इस दूल्हों की मार्केट में दूल्हे किराए पर देने वाली कंपनी करोड़ों रुपए कमा रही है। अब इस देश में ये कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। यहां तक कि दूल्हे के साथ-साथ यहां उसके रिश्तेदार भी किराए पर मिल जाते हैं और आपको प्रति व्यक्ति पैसे चुकाने पड़ते हैं।
एक शादी में दूल्हा-रिश्तेदारों की व्यवस्था करने के बदले में कंपनी 4 लाख रुपए लेती है। दूल्हे के परिजनों में मम्मी पापा, चाचा चाची, अभिभावक या दोस्त को भी बुलाया जाता है। इन सभी पैसे लगते हैं।
शादी के लिए कंपनियां 20 से 400 मेहमानों की भी व्यवस्था कर सकती है। अमीर लोग यहां ज्यादा मेहमानों की डिमांड करते हैं और कभी-कभी तो ये डिमांड 400 मेहमानों से भी ऊपर पहुंच जाती है।
ये सब सुनकर आपको हैरानी हो रही है कि भला दूल्हा किराए पर कौन लेता है लेकिन अब दुनिया बदल रही है और इसके साथ ही बदल रहे हैं उसके तौर-तरीके। पहले तक तो ये लिव इन रिलेशनशिप सिर्फ विदेशों तक ही सीमित था लेकिन अब ये भारत में भी दस्तक दे चुका है। पहले तो लोग चोरी-छिपे लिव इन में रहते थे लेकिन अब तो ये सब खुलेआम होने लगा है। भले ही समाज ने इसे स्वीकृति ना दी हो लेकिन युवाओं ने इसे अपनी पसंद का नाम दे दिया है।
इस खबर को पढ़ने के बाद लगता है कि अब वो दिन भी दूर नहीं जब सभ्य और अपनी पंरपराओं का पालन करने के लिए प्रसिद्ध भारत में भी इस तरह किराए पर दूल्हे बिकने लगेंगें। यहां लड़कियां तो बिकती ही हैं बस अब लड़कों के बिकने का और इंतज़ार है।
इस तरह से चलती है ये दूल्हों की मार्केट – अगर भारत में बेचना ही है तो बेटे बेच लो क्योंकि यहां बेटों की चाह में बेटियों को सूली पर लटका दिया जाता है इसलिए इस देश में ये बिजनेस खूब चलेगा।