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सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी दोनों के है अपने अपने फायदें – इनमें से आप क्या चुनेंगे!

सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी

सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी – आज के समय में युवाओं के बीच सबसे बड़ा कन्फ्यूजन होता है सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी के बीच।

एक तरफ जहाँ सरकारी नौकरी में कॉम्पीटिशन इतना बढ़ गया है कि सरकारी नौकरी पाना बहुत मुश्किल हो गया है। वहीं प्राइवेट नौकरी पाना थोड़ा आसान है लेकिन यहाँ पर आप सिर्फ अपने टैलेंट के दम पर ही टिक सकते है।

आज हम आपको सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह की नौकरी के फायदें बताने जा रहे है।

अगर आप भी इन दोनों के बीच कन्फ्यूज है तो काफी हद तक आपको मदद मिलेगी की आपके लिए कौनसी नौकरी बेहतर रहेगी।

सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी – 

सरकारी नौकरी के फायदें- 

1. Job Security-

सरकारी नौकरी का सबसे बड़ा फायदा है जॉब सिक्यूरिटी। क्योंकि यहाँ पर आपको कोई निकाल नहीं सकता है। आपको अच्छी सैलरी के साथ पेंशन भी मिलती है इसलिए सरकारी नौकरी का सबसे बड़ा फायदा है जॉब सिक्यूरिटी।

2. Pay Structure-

सरकरी नौकरी का दूसरा सबसे बड़ा फायदा है अच्छी आमदनी। एक अच्छी सैलरी की वजह से भी युवाओं का रुख सरकारी नौकरी की तरफ ज्यादा रहता है। इसके अलावा सरकार द्वारा समय-समय पर वेतनमान में वृद्धि होना भी फायदेमंद रहता है।

3. Working Hours-

तीसरा सबसे बड़ा फायदा है सरकारी नौकरी का आपको निश्चित घंटों में ही काम करना होता है। और जैसे ही आपका समय ख़त्म हो आप निकल जाइये आपको रोकने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता।

4. Promotion & Benefits-

सरकारी नौकरी में आपको एक निश्चित समय पर प्रमोशन भी मिलता रहता है। जिससे आपकी आय में भी वृद्धि होती रहती है वहीं प्राइवेट नौकरी में आप अपने बॉस की मेहरबानी पर ही निर्भर होते है।

5. Holidays-

भारतीय कैलंडर में जितनी भी छुट्टियाँ है वो सब सरकारी नौकरी करने वालों को मिलती है। और आपको अगर ऐसे भी छुट्टियाँ चाहिए तो आपको आसानी से छुट्टियाँ मिल सकती है लेकिन प्राइवेट नौकरी में ऐसा नहीं है।

प्राइवेट नौकरी के फायदें- 

1. Better Facilities-

आजकल कई बड़ी कम्पनियां है जो कई बेहतर सुविधाएं देती है, जो सरकारी नौकरी वालो को नहीं मिलती है। प्राइवेट सेक्टर में रहने के लिए फ्लैट, गाड़ी और खाने की कई सुविधाएँ होती है।

2. Jumps-

सबसे बड़ा फायदा प्राइवेट नौकरी का ये है कि आप जब चाहे अच्छी सैलरी के लिए अपनी नौकरी बदल सकते है। यहाँ पर आप अपनी काबिलियत के दम पर बहुत आगे तक जा सकते है।

3. Working Abroad-

प्राइवेट जॉब का तीसरा सबसे बड़ा फायदा है कि आप विदेश में भी जाकर जॉब कर सकते है। जबकि सरकारी नौकरी में तो आप अपने शहर से बाहर भी नहीं जा सकते है। अब गूगल के सीईओ सुन्दर पिचई को ही देख लो सरकारी नौकरी करते तो कभी भी गूगल जैसी बड़ी कंपनी के सीईओ नहीं बन पाते।

4. Enterpreneurship-

प्राइवेट नौकरी का चौथा सबसे बड़ा फायदा है, आप अनुभव लेकर एक दिन खुद की कंपनी शुरू कर सकते है और बिजनेसमैन बन सकते है। आपने आज तक किसी सरकारी नौकरी करने वाले को बिजनेसमैन बनते देखा है क्या।

सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी – ये है सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी के अपने-अपने फायदें, अब इसमें से आप क्या चुनते है ये आप पर निर्भर करता है।