गौमूत्र का नियमित सेवन – पहले के जमाने में देवताओं और असूरों में अमृत के लिए लड़ाई हुई थी।
अमृत से हर इंसान ठीक हो जाता है। आज भी अमृत की मान्यता इस दुनिया में है और लोग इसके लिए आज भी खोज जारी रखे हुए हैं। अमृत वही चीज है जिससे इंसान मरता नहीं है और वह अमर हो जाता है।
अमृत दो शब्दों से बना है- अ और मृत। मृत मतलब जो मर जाता है। अमृत मृत होने के श्राप को काट देती है। इसलिए अमृत के लिए देवताओं और असूरों में लड़ाई होती रहा है।
आज के जमाने में अमृत
खैर ये तो थी पौराणिक बात। लेकिन आज भी इस अमृत की मान्यता काफी है। आज भी लोग अमृत को लेकर कई किस्से और कहानियों को सच मानते हैं और इसकी खोज में लगे हैं। कुछ लोग तो गौमूत्र को अमृत मानते हैं और इसे पीते हैं। कहा जाता है कि गौमूत्र से कई सारी बीमारियां ठीक हो जाती है।
आपमें से कई लोग गौमूत्र का नाम सुनकर नाक-भौं सिकुड़ लिए होंगे… लेकिन ये बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि गौमूत्र का सेवन बडे़-बडे़ रोग तक दूध हो जाते हैं। गाय का मूत्र स्वाद में गरम, कसैला और कड़क लगता है, जो कि विष नाशक, जीवाणु नाशक, शक्ती से भरा और जल्द ही पचने वाला होता है। इसमें नाइट्रोजन, कॉपर, फॉस्फेट, यूरिक एसिड, पोटैशियम, क्लोराइड और सोडियम पाया जाता है।
जिसके कारण ये कई सारी बीमारियों को दूर कर देता है।
आइए आज इस आर्टिकल में जानते हैं कि गौमूत्र का नियमित सेवन कौन-कौन सी बीमारयिां ठीक करता है।
गौमूत्र का नियमित सेवन
खून की कमी करता है दूर
गौमूत्र पीने से खून की कमी दूर हो जाती है। अगर गौमूत्र, त्रिफला और गाय का दूध एक साथ मिक्स कर के सेवन किया जाए तो शरीर में एनीमिया की कमी दूर होती है। साथ ही खून भी साफ होता है।
कीटाणुओं का नाश करे
अगर आपके पेट में कीड़े हो रहे हैं और हमेशा पेट दर्द देते रहता है तो गौमत्र आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। गौमूत्र में मौजूद पोषक-तत्व कीटाणुओं को मार देते हैं। इसलिए गौमूत्र शरीर में घुसे कई किस्म के कीटाणुओं का खात्मा करता है। आयुर्वेद अनुसार शरीर में तीनों दोषों की गड़बड़ी की वजह से बीमारियां फैलती हैं, लेकिन गौमूत्र पीने से बीमारियां दूर हो जाती हैं।
स्ट्रेस दूर करे
अगर आजकल आप काफी परेशान रहते हैं और तनाव की वजह से आपको नींद नहीं आती है तो गौमूत्र का सेवन आफके लिए फायदेमंद हो सकता है। दरअसल दिमागी टेंशन की वजह से नर्वस सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में दिमाग काम करना बंद कर देता है। लेकिन गौमूत्र पीने से दिमाग और दिल दोनों को ही ताकत मिलती है और उन्हें किसी भी किस्म की कोई बीमारी नहीं होती।
इन गाय का गौमूत्र ना पिएं
लेकिन हर गाय का गौमूत्र फायदेमंद नहीं होता है। बूढ़ी, अस्वस्थ व गाभिन गाय का मूत्र नहीं लेना चाहिए। गौमूत्र को कांच या मिट्टी के बर्तन में लेकर साफ सूती कपड़े के आठ तहों से छानकर चौथाई कप खाली पेट पीना चाहिए।
तो आज से गौमूत्र का नियमित सेवन शुरू करिए और अपने आपको स्वस्थ रखिए।