ENG | HINDI

गूगल का एआई बताएगा कि किस रेस्टोरेंट का खाना आपको कर सकता है बीमार

गूगल का एआई

गूगल का एआई बताएगा कि किस रेस्टोरेंट का खाना आपको कर सकता है बीमार

दुनिया का सबसे बड़ा ब्रांड और आज के युवाओं के लिए सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल जल्द ही मार्केट में ऐसा एआई पेश करने वाला है जो आपको रेस्टोरेंट का रिव्यब बताएंगे। दरआसल हाल ही में गूगल ने एक ऐसा एआई बनाया है जो बताएगा कि किस रेस्टोरेंट का खाना आपको बीमार कर सकता है। रेस्टोरेंट का खाना खाकर लोगों को बीमार पड़ता देख गूगल ने यह एआई बनाने का फैसला किया था।

गूगल का एआई

रेस्टोरेंट का खाना नहीं करेगा बीमार आपको

आज के दौर में रेस्टोरेंट में खाना खाना बहुत महंगा हो गया है। खासकर जीएसटी के चक्कर में बाहर खाना एक तरफ से पॉकेट में नजर डालने के समान हो गया है। ऊपर से की बार रेस्टोरेंट का खाना हाइज़ीन नहीं होता है जिसके कारण आप रेस्टोरेंट का खाना खाकर बीमार पड़ जाते हैं जिससे डॉक्टर की दवाईयों का खर्चा और बढ़ जाता है। ऐसे में रेस्टोरेंट के बाद दवाईयों का खर्चा किसी भी मध्यम वर्ग के इंसान की जेब पर डकैती डालने की तरह होता है। इस डकैती से ही बचाने के लिए गूगल का एआई आया है। यह नया गूगल का एआई आपको अच्छे और बुरे रेस्टोरेंट के बारे में बताएगा।

गूगल का एआई –

गूगल का एआई

गूगल का एआई – नाम है सिस्टम ‘फाइंडर’

गूगल और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एआई-बेस्ड सिस्टम ‘फाइंडर’ बनाया है जो बता सकता है कि किस रेस्टोरेंट का खाना खाकर लोग बीमार पड़ सकते हैं। यह सिस्टम खाद्य सुरक्षा में चूक का पता लगाने के लिए गूगल यूज़र्स की सर्च और लोकेशन हिस्ट्री इस्तेमाल करता है। इसका परीक्षण अमेरिकी शहर लास वेगस और शिकागो में किया गया है।

गूगल हमेशा यूज़र्स की आसानी के लिए कोई ना कोई फंक्शन लाते रहता है या सिस्टम बनाते रहता है। यह गूगल का नया प्रोजेक्ट है और जिस पर फिलहाल काम चल रहा है। एक बार टेस्टिंग के बाद यह आम उपभोक्ताओं के लिए भी पेस कर दिया जाएगा। इससे पहले गूगल ने बीमारियों की जानकारी देने वाले सिस्टम की पेशकश की थी।

गूगल का एआई

गूगल असिस्टेंट से जान सकेंगे कई बीमारियों के घरेलू उपचार

पहले कई बीमारियां घरेलू उपचार से ही ठीक हो जाती थीं लेकिन अब हमें वे दादी-नानी के नुस्खे याद ही नहीं है। दांत दर्द होता था या पेट दर्द, मुहं में लौंग रख लेने से सब ठीक हो जाता था। लेकिन अब मुंह में लौंग रखने के इस नुस्खे के बारे में बताने के लिए दादी मां हमारे बीच नहीं रही। जिसके कारण छोटी-छोटी बीमारियों के लिए डॉक्टर्स के पास जाते हैं। गूगल आपको इन चक्करों से मुक्ति देने वाला है।

गूगल का एआई

गूगल असिस्टेंट देगा हर बात की जानकारी

राजस्थान के जोधपुर शहर के लाचू कॉलेज के बीसीए स्टूडेंट ऋषभ वैष्णव ने एक ऐसा गूगल असिस्टेंट तैयार किया है जो ऐसी कई बीमारियों का घरेलू उपचार तुरंत बता देगा। ऋषभ के बनाए इस असिस्टेंट को गूगल की ओर से पूरे साल 2400 डॉलर के क्लाउड स्पेस का अवार्ड भी दिया गया है। गूगल की ओर से ऋषभ को गिफ्ट और सर्टिफिकेट भी भेजे हैं।

लाचू कॉलेज से बीसीए कर रहे ऋषभ ने बताया, मोबाइल फोन पर ओके गूगल वॉयस कमांड देने पर गूगल असिस्टेंट ओपन होगा।

इस पर सर्च कर ऋषभ हेल्थ केयर असिस्टेंट असिस्टेंट को यूज किया जा सकता है। असिस्टेंट से नाक बहना, तेज बुखार, माइग्रेन, सिर दर्द, पेट दर्द, कान दर्द, आई फ्लू, डिप्रेशन, अकेलापन, एंग्जाइटी और कुछ मानसिक रोगों में घरेलू उपचार प्राप्त किए जा सकते हैं। ये वही उपचार हैं जो हमारे बुजुर्ग सदियों से अपनाते रहे हैं। हालांकि असिस्टेंट गंभीर बीमारी में इलाज के लिए डॉक्टर्स से कंसल्ट करने की सलाह भी देता है। ऋषभ ने बताया, पिछले दिनों गूगल डेवलपर ग्रुप की ओर से आयोजित इंडिया बुइल्ड्स एक्शन कैंपेन वर्कशॉप में उन्हें इसका आइडिया आया। ग्रुप की को-फाउंडर नोशीन खिलजी ने उन्हें ट्रेंड भी किया।

जल्द ही गूगल इन दो सिस्टम को आम यूज़र के लिए शुरू कर देगा। इससे यूज़र्स का काम आसान हो जाएगा और लोग बीमार नहीं पड़ेंगे।