गूगल मैप्स की लोकेशन्स – फेसबुक पर देखो तो कोई ऊटी घूमने जा रहा है तो कोई कुल्लू-मनाली। कुछ तो सिंगापुर, पेरिस या रोम जैसी विदेशी जगहों पर वेकेशन मना रहे होते हैं। इन जगहों के तो नाम सुनकर ही यहां घूमने जाने का मन करने लगता है।
मगर सभी जगहों के साथ ऐसा नहीं होता है। इंसानों की तरह ही कुछ प्लेसेस के नाम भी अजीब होते हैं। जब हम किसी नई जगह पर जाते हैं तो बहुत बार ऐसा होता है कि हमें पहली बार में तो उस स्थान का नाम समझ ही नहीं आता है।
इतना ही नहीं कुछ जगहों के नाम तो अजीब के साथ ही डबल मीनिंग भी होते हैं। दुनियाभर में ऐसे कुछ गांव या प्रांत हैं, जिनके नाम का मतलब हम भारतीयों के अनुसार कुछ अलग ही होगा। इन्हें सुनकर आप समझ ही नहीं पाएंगे कि यह नाम हैं। हमने गूगल मैप्स पर कुछ ऐसे ही मजेदार नाम ढूंढकर निकाले हैं। आप देखिए तो सही।
गूगल मैप्स की लोकेशन्स –
- नंगा पर्वत
नंगा पर्वत हिमालय पर्वत शृंखला का ही एक पर्वत शिखर है। यह दुनिया की नौंवी सबसे ऊंची चोटी है। नंगा पर्वत पाकिस्तान के क्षेत्र में आता है। इस पर्वत का नाम सुनकर तो यही लग रहा है कि बाकी पहाड़ों ने कपड़े पहन रखे हैं।
- गांडू
हमारे यहां तो किसी को पुकारने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। मगर ब्राजील में इस नाम से एक पूरा नगर बसा हुआ है जहां 30,000 से ज्यादा लोग रहते भी हैं।
- टट्टी
अरे, ये कोई मजाक नहीं है। यह इटली के ग्रोसेटो में बसे एक गांव का नाम है। हालांकि इस छोटे से गांव में बहुत कम ही लोग रहते हैं।
- ब्रा
लगता है इटली में अजीब नाम वाले कुछ ज्यादा ही शहर/प्रांत है। यह इटली के Cuneo शहर की नगर पालिका है। बता दें कि यहां कुछ बेहद मशहूर लोगों का जन्म भी हुआ है।
- सूआर
इस नाम का शहर का तो अपने ही देश में बसा है। ‘सूआर’ उत्तरप्रदेश के रामपुर जिले का एक शहर है। यहां बस ‘अ’ और ‘आ’ का ही थोड़ा अंतर है।
- दारू
यह नाम सुनकर कुछ लोगों का दिल बिल्कुल बाग-बाग हो गया होगा। यह झारखंड में बसा एक सामुदायिक विकास खंड है। कभी ऐसे ही घूमते-घूमते इस जगह भी हो आना।
- चरस
यहां दारू कम पड़ गई थी कि अब ‘चरस’ भी आ गया। यह ग्रीस में किसी रोड का नाम है।
- पदोरा
यह कोई बाहर का नहीं बल्कि अपने ही देश का गांव है। मध्यप्रेदश के शिवपुरी में ‘पदोरा’ गांव बसा हुआ है। यह नाम सुनने में ऐसा लग रहा है जैसे कोई तुतलाकर बोल रहा हो।
ये है वो गूगल मैप्स की लोकेशन्स – सच-सच बताना। आपने आज से पहले ये नाम सुने थे? नहीं न। ये तो कुछ ही नाम हैं। ऐसे और भी कई शहरों एवं गांवों के नाम हैं, जिन्हें सुनकर कोई भी शर्मा जाए।