सफल व्यक्ति – ये सच है कि किस्मत होती है, लेकिन हमारी ज़िंदगियों में केवल किस्मत का फैक्टर ही हमें हमारी मंज़िल तक ले चलता है तो ये एक अधूरा सच होगा. आप इसे इस तरह से समझ सकते हैं कि किस्मत और मेहनत बहनों की तरह होती हैं जो हमेशा हमारे साथ रहती हैं. कभी किस्मत बड़ी बहन बन जाती है तो कभी मेहनत.
ध्यान रहे कि बड़ी या महान उपलब्धियां भाग्य का नहीं बल्कि इच्छाओं और दृढ़ संकल्प का परिणाम हुआ करती हैं. आपभी अगर सफलता की सीढ़ी चढ़ना चाहते हैं तो कुछ पूर्वाग्रहों से आपको बचने की ज़रूरत है.
सबसे पहले मिथ की बात करें तो लोग सोचते हैं कि सफल व्यक्ति प्रतिभाशाली होते हैं पर सच तो ये है कि प्रतिभाशाली होना प्राकृतिक गुण नहीं है. ये तो एक ऐसा हुनर है जिसे सीखा जा सकता है. प्रतिभाशाली लोगों पर किए गए शोध से पता चला कि ऐसे सभी लोग जिन्हें हम प्रतिभाशाली लोगों की श्रेणी में रखते हैं वे प्रायः लगभग 10 वर्षों तक सिर्फ अपने एक निर्धारित लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किए रहते हैं. इसलिए प्रवीणता के लिए कुछ ख़ास कामों पर ही अपना ध्यान केंद्रित रखिए. जीवन के कुछ लक्ष्यों को अपनी योजनाओं में शामिल कीजिए और उनमें अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने की कोशिश करें. बस इसी धुन को ध्यान में रखकर प्रतिदिन अपने प्रयासों में अपना 100 प्रतिशत दें. फिर एक समय आएगा जब आप पूरी तरह से प्रवीण हो जाएंगे.
अमूमन दूसरा वाक्य जो लोगों से सुनने को मिल जाता है कि सफल लोग जन्म से ही प्रेरित होते हैं.
सच तो ये है कि सफल होने के लिए हमें हर दिन प्रेरित होने की आवश्यकता होती है. कहने का मतलब है कि प्रेरणा तो हासिल की जाती है. आज वही लोग सफल हैं जो तब जाग रहे थे जब पूरी दुनिया सो रही थी. तब वे प्रेरणा देने वाली जीवनियों को पढ़ रहे थे. वे अपने दिनों, हफ़्तों, महीनों और जीवन की योजनाएं बना रहे थे. वे तब खुद को एक बेहतर नेतृत्व के लिए प्रेरित कर रहे थे. असलियत यही है कि हम सभी को अपनी प्रेरणा और जुनून को बेहतर ढंग से पुनर्जागृत करने की ज़रूरत पड़ती है.
तीसरा ये कि लोग कहते हैं कि सफल लोगों के रास्ते आसान थे. इसको इस तरह से समझें कि ऐसे सभी व्यक्ति जिन्होंने बड़ी उपलब्धियां हासिल की हुईं हैं, उन्होंने कई बार असफलताओं का भी सामना किया है. आप चाहें तो फेडएक्स का ही उदहारण देख लें जिन्हें अपने व्यवसाय के पहले दिन मात्र 15 पार्सलों का ऑर्डर मिला था. लेकिन तब अपने व्यवसाय को बंद करने के बजाय उन्होंने उसे फिर से खड़ा किया और नए प्रयोग भी किए.
लोगों को चौथा भ्रम ये भी होता है कि सफल व्यक्ति मेहनत नहीं करते. सच तो ये है कि सफल व्यक्ति इसलिए सफल होते हैं क्योंकि वे सही समय पर सही जगह पर होते हैं और इसीलिए उन्हें ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती. निश्चित ही समय का सही तालमेल सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. स्टीव जॉब्स इसके साक्षात उदाहरण हैं लेकिन बिज़नेस से जुड़े महान व्यक्ति अपनी प्रतिस्पर्धाओं के बारे में गहराई से सोचते हैं और उसमें बने रहने के लिए भी लगातार काम करते रहते हैं. वे जानते होते हैं कि लक्ष्य प्राप्त करने के रास्ते में अपना खून, पसीना और आंसू बहाना ही पड़ता है.
तो इन सारे भ्रमों को अपने अंदर से आज ही दूर कीजिए और अपने जीवन को एक बेहतर दिशा देने में लग जाइए.
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