शराब पीने के बाद – आमतौर पर हम जब कभी भी कोई नई भाषा बोलते हैं तो शुरुआत में हमें सही शब्द मिलने में मुश्किल होती है और उसका सही उच्चारण करने में भी दिक्कत आती है और अंग्रेजी भाषा तो सीखने और याद रखने में इतनी मुश्किल लगती है कि पूछिए ही मत।
लेकिन थोड़ी सी शराब पीने के बाद दूसरी भाषा के शब्द अपने आप मुंह से धड़ाधड़ निकलने लगते हैं।
जी हां, ये सच है कि शराब पीने के बाद शब्दों की कमी नहीं रहती है और आपके मुंह से अपने आप उस भाषा के शब्द निकलने लगते हैं जिसमें कभी आपको दिक्कत होती हो।
इसको लेकर एक अध्ययन किया गया था।
साइंस मैगज़ीन जर्नल ऑफ साइकोफार्माकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार थोड़ी सी शराब पीने के बाद किसी दूसरी भाषा में बोलना आसान हो जाता है।
अध्ययन के अनुसार शराब हमारी याद्दाश्त और ध्यान केंद्रित करने की शक्ति यानि फोकस पर असर डालती है और इस लिहाज़ से ये एक बाधा है। वहीं दूसरी ओर शराब पीने से हिचहचिाहट भी दूर होती है और आत्मविश्वास बढ़ता है एवं सामाजिक व्यवहार में संकोच में कमी आती है।
किसी दूसरे शख्स से मिलने या बात करने पर उसका असर हमारी भाषा पर भी पड़ता है। इस विचार को बिना किसी वैज्ञानिक आधार के ही स्वीकार किया जाता था।
इस विचार की पुष्टि के लिए शोधकर्ताओं ने अध्ययन किया और इसमें 50 जर्मन लोगों को शामिल किया जिन्होंने हाल ही में डच भाषा सीखी थी।
इनमें से कुछ लोगों को ड्रिंक दी गई जिसमें उनके वजन के अनुपात में एल्कोहल था जबकि अन्य लोगों के ड्रिंक में एल्कोहल नहीं था। टेस्ट में भाग लेने वाले जर्मन लोगों के नीदरलैंड के लोगों से डच में बात करने के लिए कहा गया।
इस टेस्ट में सामने आया कि जिन लोगों ने शराब का सेवन किया था वे डच भाषा का सही उच्चारण बिना किसी हिचक के कर पा रहे थे। शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्हें ये नतीजे बहुत कम मात्रा में अल्कोहल की खुराक देने पर मिले हैं।
इस तरह से शराब पीने के बाद भाषा अच्छी तरह से बोल सकते है – दरअसल, भारतीय भी अंग्रेजी भाषा सीखने के लिए बहुत जतन करते हैं। अगर ये अध्ययन वाकई में सच है तो भारतीय भी अंग्रेजी भाषा में बात करने के लिए थोड़ा अल्कोहल का सेवन कर सकते हैं।