गोवा और लद्दाख की ट्रिप – कुछ लोगों को समुंदर की गहराई पसंद है तो कुछ को पहाड़ों की ऊंचाई।
समुद्र से लेकर पहाड़ों तक का सफर शुरु करना बिलकुल भी आसान नहीं होता है। हाल ही में हुए एक सर्वे में ऐसी चौंकाने वाली बात सामने आई है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगें।
इस सर्वे की मानें तो लद्दाख और गोवा जाने के प्लान अधिकतर दो बोतल लगाने के बाद ही बनते हैं।
सर्वे करने वाले व्यक्ति का कहना है कि उन्हें इस सर्वे को करना का ख्याल तब आया जब वो खुद ऐसे व्हॉट्सऐप ग्रुप बना चुके थे। उन्होंने देखा कि उन्होंने एक ही समय प 5 तिब्बत ट्रिप और 5 गोवा ट्रिप वाले व्हॉट्सऐप ग्रुपों से जुड़े हुए हैं जिनके नाम कुछ ऐसे थे – let’s go goa, an tibbet door nahi, zindagi na milegi doabara वगैरह-वगैरह।
गोवा और लद्दाख की ट्रिप –
आगे बताते हुए वो कहते हैं कि शुरुआत में इन ग्रुप्स में 20-30 लोग जोड़े जाते हैं फिर कुछ डायलॉग मारकर ज्यादातर लोग साइड हो जाते हैं। लेकिन जो बच जाते हैं वो एक नंबर के स्पैम मास्टर होते हैं। वो जो दस लोगों को फॉरवर्ड करने वाले मैसेज होते हैं, ये लोग उसे ही ग्रुप में चिपकाने लगते हैं। इन्हें कितना भी समझाओ लेकिन ये हैं कि मानते ही नहीं हैं और कुछ ही दिनों में ग्रुप अपने लद्दाख और गोवा वाले मकसद से भटक जाता है। गोवा और लद्दाख की ट्रिप से इनका नाम बदलकर हो जाता है – friends forever.
ऐसे ग्रुप्स की बढ़ती संख्या को देखकर मेरे में मन में ये जिज्ञासा जागी कि आखिर ऐसे ग्रुप्स को बनाने के लिए लोगों को मोटिवेशन कहां से मिलती है।
मैंने कोई ग्रुप बनते ही उस ग्रुप एडमिन को कॉल करना शुरु किया और तब मुझे पता चला कि इन ग्रुप्स का असली मोटिवेशन फैक्टर है शराब। जब लोग अपनी कैपिसिटी के एक-दो पैग ज्यादा लगा लेते हैं और अकेले में सोशल नेटवर्किंग साइट पर कोई गोवा और लद्दाख की ट्रिप का फोटो देख ले तो बस वहीं से शुरु हो जाता है ये घिनौना काम।
सर्वे करने वाले इस इंसान ने सभी महानगरों में बनने वाले ऐसे ग्रुप्स को ट्रैक किया और 95 प्रतिशत एडमिन शराब के नशे में धुत पाए गए। ज्यादा लोगों को अगले दिन कुछ भी याद नहीं था कि रात को नशे की हालत में उन्होंने कोई ऐसा ग्रुप बनाया भी था या नहीं।
अगर सच में इन ग्रुपों के मेंबर ट्रिप्स पर ले जाने गए तो गोवा में जनवरी के महीने में विजिट करने वालों की संख्या 50 करोड़ हो जाएगी और जून में लद्दाख में पाए जाएंगें 60 करोड़ लोग। मतलब की भारत की आधी आबादी तो जनवरी के महीने में गोवा और लद्दाख की ट्रिप पर होगी।
उन्होंने बताया कि मुझे लगता है कि अब तक तो नशे में सिर्फ गोवा और लद्दाख की ट्रिप ही बनते थे लेकिन अब मंगल की ट्रिप का प्लान भी बनने वाला है। लोगों की च्वॉइस को देखकर तो ऐसा ही लग रहा है कि वो अब गोवा और लद्दाख की ट्रिप के बाद मंगल पर जाने की योजना बना सकते हैं।
आप भी ज़रा अपने व्हॉट्सऐप के ग्रुप चैक कर लीजिए कहीं आपने भी तो नशे में कोई ऐसा ग्रुप ज्वाइन नहीं कर रखा।
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