गोवा है भारत का रोम
करीब 450 वर्ष के पुर्तगाली उपनिवेश काल में यहां अनेक भव्य चर्च बनाए गए थे, जिनके कारण आज गोवा को भारत का रोम भी कहा जाता है.
गोवा का प्राकृतिक सौदर्य यहां आनेवाले पर्यटकों को काफी सुकून देता है. काली सड़कों के आसपास लाल मिट्टी के मैदान, टीले, नारियल के ऊंचे-ऊंचे पेड़ और धान के खेत इसकी सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं.
गोवा की सड़कों पर लॉन्ग ड्राइव का आनंद भी लिया जा सकता है. मडगांव से 60 कि॰मी॰ दूर दूधसागर फॉल्स भी मॉनसून में अपने चरम पर होता है.