दीवाली की रौनक – त्यौहारों की रौनक अपने आप में ही निराली होती है।
बात चाहे होली की हो, रक्षाबंधन की हो, नवरात्रि की हो या फिर दीवाली की, ये त्यौहार हमारी ज़िदंगी में खुशियों के नए रंग लेकर आते हैं, हर रिश्ते में मुस्कुराहट भर देते हैं, कुछ खास यादें ज़िदंगी की किताब में जोड़ देते हैं।
त्यौहार के बहाने ही सही, जो अपने लंबे वक्त से घर नहीं आए हैं, वो घर का दरवाज़ा खटखटा देते हैं, जिन चेहरों पर उदासी के बादल छाए हुए थे, वहां भी हंसी-खुशी की बारिश होती है, जिन रिश्तों में कुछ गिरहे पड़ गईं थी, वो सुलझ जाती है, जहां काफी समय से अंधेरा पसरा हुआ था वहां भी रोशनी खिलखिलाकर जल उठती है। ये त्यौहार हर मायने में बहुत ख़ास होते हैं।
अगर बात दीवाली की करें तो दीवाली की रौनक खुशियों में रंग भरती है। दीवाली ना केवल घर के अंधेरे को दूर करती है बल्कि दिल के अंधेरों को भी दूर करती है। इस दिन दियों की चमक से घर की नहीं बल्कि ज़िदंगियां भी रोशन होती है।
चारों ओर फैली दीवाली की रौनक, आतिशबाज़ी की चमक, मां लक्ष्मी के घर आगमन के लिए दरवाज़े पर बनी रंगोलियां, घर के मंदिर में होती लक्ष्मी-गणेश की पूजा, घर में अपनों और मेहमानों की चहल-पहल, बच्चों की खिलखिलाती हंसी, मिठाइयों और पकवानों की खुशबू, कितना कुछ खास होता है ना दीवाली के इस त्यौहार में, चलिए आपको इस त्यौहार के हर अलग रंग को आपको तस्वीरों के ज़रिए दिखाने की कोशिश करते हैं।
ज़रा देखिए दीवाली की रौनक, ये रंगोली कितनी खूबसूरत लग रही है। दीवाली के दिन ऐसी ही रंगोली हर घर-हर आंगन में देखने को मिलती है।
ये जलते दिये हर आंगन को तो रोशन करते ही है लेकिन दिलों में भी रोशनी ले आएं, तो कितना बेहतर हो।
दिए चाहे कम भी हो लेकिन त्यौहार की खूबसूरत कम नहीं होनी चाहिए।
वैसे रंगोली के इर्द-गिर्द दिये सजाकर आप भी अपनी डेकोरेशन में चार चांद लगा सकते हैं।
इस तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा है मानो ज़मीन ही नहीं, आसमान तक उजाल फैल रहा हो।
वैसे दिये ही नहीं, आजकल लाइटिंग के कईं फैन्सी प्रोडक्ट भी मार्केट में आ गए हैं ये भी कम खूबसूरत नहीं है।
दीवाली आने से कईं दिन पहले से ही बाज़ारों में रौनक देखने को मिलती है। ज़रा देखिए फूलों की ये मालाएं कितनी प्यारी लग रही हैं।
मार्केट भी बिकते दिए और बाकी सामान कईं दिन पहले से ही इशारा करने लगता है कि दीवाली का त्यौहार अब बस कुछ ही दिन दूर है।
वैसे कंडील के बिना भी दीवाली पूरी नहीं होती।
एक वक्त पर जहां सिर्फ मिट्टी के सादे दिये मिला करते थे तो वहीं अब कईं कलरपुल डिजाइन के दिए इस त्यौहार की शोभा बढ़ाते हैं।
मिठाई ये तो दीवाली पर रिश्तों में मिठास घोलती है।
ज़रा देखिए, रात के अंधेरे में ये तस्वीर क्या कुछ बयां कर रही है।
दीवाली के पूजा के सामान की ये तस्वीर, जिसमें से एक भी सामान भूलने पर मम्मी से डांट खानी पड़ती है।
आपको इनमें से कौन सा कंडील पसंद है।
गिफ्ट्स देने और मिलने का सिलसिला भी इस त्यौहार को खास बनाता है।
लक्ष्मी-गणेश पूजन कर घर में समृध्दि, सौभाग्य के आने की कामना भी तो हम हर साल करते हैं।
हर किसी का अपने घर को सजाने का तरीका कुछ अलग होता है।
दीवाली के दिन बनने वाले ये पकवान कईं दिन पहले से मुंह में पानी ले आते हैं।
आरती की थाली मानो घर के हर कोने में बसी नकारात्मकता को दूर कर देती है।
वैसे आतिशबाज़ियों के बिना दीवाली कहां पूरी हो सकती है।
दीवाली की रौनक – वैसे, दीवाली का इतंज़ार आप सभी को होगा, और इन तस्वीरों को देखकर अब आप बस यही चाह रहे होंगे कि जल्द ही ये त्यौहार आ जाए। हमारी तरफ से आप सभी को एडवांस में दीवाली की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं।