देखो जी अब ये सोचना और कहना बंद कर दो की लड़कियों का दिमाग घुटने में होता है!
ये हम लड़कियां ही जानती हैं कि हम से ज्यादा कोई नहीं कोई नहीं सोचता और समझता इन्सानी रिश्तों को और बारिकियों को !
यानि कि ख्याली पुलाव टाइप बातें हमारे दिमाग में आती ही रहती हैं। कुछ बातों पर तो हम फ़िज़ूल में ही सोचना शुरू कर देते हैं, दिल पर ले लेते हैं और सोचते-सोचते स्ट्रेस में आ जाते हैं, पर सोचना फिर भी नहीं छोड़ते!
बस यही एक बिमारी है जो हमें ले डूबती है कसम से! तो मेरी प्यारी हसीनाओं, मैं आप को बताना चाह रही हूँ कि सोचना छोड़ दो, और खासकर अफ़सोस करना, वो भी इन 10 फ़िज़ूल की बातों पर!
- ब्रेकअप होना था हो गया! अब काहे का अफ़सोस?
जब कहानी खत्म हो ही गयी है और पर्दा गिर ही गया है तो किस बात पर अफ़सोस करना! खुश हो जाओ की पीछा छूटा और मौका मिला कुछ नया आज़माने का!
बाद में पछताने से तो अच्छा है की रोने में जो वक़्त बर्बाद कर रही हो, वो नयी ज़िन्दगी की तैयारी में लगाओ और नयी नयी चीज़ों की तरफ देखना शुरू करो! समझ रही हो न मैं क्या कह रही हूँ?