यूरोप में जहाँ बहुत ही खुला वातावरण है वहां तो कल्पना भी नहीं की जा सकती कि कोई विवाह तक कुंवारा रहता है.
ऐसे में उन लड़कियों के लिए बड़ी समस्या खडी हो जाती है जिनका जन्म तो रूढ़िवादी परिवार में हुआ है लेकिन वो स्वयं नए ज़माने की होती है. ऐसे में ये मुमकिन है कि कभी किसी प्रेम सम्बन्ध या दोस्ती में शारीरिक संबंध बन जाए और लड़की अपना कौमार्य खो दे.
अगर ऐसी लड़की का विवाह भी किसी रूढ़ीवादी परिवार में हो जाता है तो प्रथम सम्भोग के समय यदि पति को पता चल जाए कि उसकी दुल्हन वर्जिन नहीं है तो कभी कभी नौबत तलाक तक आ जाती है.