प्यार कभी भी किसी के साथ हो जाता है, लेकिन वह प्यार हर किसी को जीवनसाथी के रूप में मिले यह जरुरी नहीं.
ऐसे ही प्यार में गिरफ्त एक जर्मन दूल्हा अपनी भारतीय दुल्हन ले जाने आया. वो एकेले नहीं बल्कि अपने देश के 4 बारातियों को भी साथ लाया.
तो आइये जानते है पूरी कहानी कैसे जर्मन दूल्हा अपनी भारतीय दुल्हन ले जाने आया
- जर्मनी में रहने वाले फेलिक्स लिंक, भारत की झांसी में रहने वाली रश्मि शर्मा से विवाह करने के लिए भारत आये.
- रश्मि और फेलिक्स दोनों इंजीनियर है. रश्मि पुणे में नौकरी करती है और फेलिक्स जर्मनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. इनका विवाह पुरे हिन्दू रीति रिवाज के साथ हुआ.
- दोनों की मुलाकात कंपनी के काम के दौरान हुई और यह मुलाकात धीरे धीरे प्यार में बदल गई .
- 3 साल का उनका रिश्ता अंत में विवाह तक पहुँच ही गया और फेलिक्स अपनी दुल्हन लेने सात समुन्द्र पार करके आ ही गए.
- इस विवाह में दुल्हे के परिवार वालों के साथ आस्ट्रेलिया और जापान से लगभग 25 विदेशी बराती आये.
- विवाह हिन्दू रीति रिवाज से होने पर सब खुश थे और सारे बारातियों ने भारतीय लिबाज ही धारण किये हुए थे.
- दुल्हे की माँ और बहन ने साडी पहनी तो वही दुल्हे और उसके दोस्तों ने शेरवानी पहन रखी थी.
- दुल्हन के परिवार वालों ने बारातियों को फूलों की माला पहनकर स्वागत किया था. कुछ बारातियों को यह स्वागत इतना पसंद आया था कि वह माला गले से उतारे ही नहीं.
- दोनों के परिवार इस विवाह से बहुत खुश है. जर्मनीवाले भारतीय दुल्हन पाकर खुश है और भारतवाले जर्मन दामाद पाकर बहुत खुश है.
- इस विवाह में 4 देशों से लोग शामिल हुए.
इस तरह जर्मन दूल्हा अपनी भारतीय दुल्हन ले जाने आया – इनका यह विवाह दो देशों के लोगो के अच्छे संबंध और सच्चे प्यार की जीत को दर्शाते है.