गांधीजी के विचार – महात्मा गांधी दुनिया के ऐसे नेताओं में से एक है जिन्हें सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के लोग मानते हैं और उनसे हर कोई बहुत कुछ सीख सकता है.
2 अक्तूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्में मोहनदास करमचंद गांधी ने सत्य और अहिंसा की राह पर चलते हुए देश को आज़ादी दिलाई. उनके अंहिसा के हथियार के सामने अंग्रेज़ों ने भई घुटने टेक दिए थे.
आज गांधी जी की 149वीं जयंती हैं.
इस मौके पर चलिए आपको बताते हैं गांधीजी के विचार, गांधी जी की कुछ अनमोल बातें जिसे अपने जीवन में अपनाकर आप भी सफल हो सकते हैं.
गांधीजी के विचार –
- जो समय बचाते हैं, वे धन बचाते हैं और बचाया हुआ धन, कमाए हुए धन के बराबर होता है.
- अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के सामान है जो धरातल की सतह को चमकदार और साफ कर देती है.
- अक्लमंद काम करने से पहले सोचता है और मूर्ख काम करने के बाद.
- किसी भी काम को या तो प्रेम से करें या उसे कभी करें ही नहीं.
- काम की अधिकता ही नहीं, अनियमितता भी आदमी को मार डालती है.
- भूल करने में पाप तो है ही, परन्तु उसे छुपाने में उससे भी बड़ा पाप है.
- जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है.
- लम्बे-लम्बे भाषणों से कहीं अधिक मूल्यवान है इंच भर कदम बढ़ाना.
- आप प्रत्येक दिन अपने भविष्य की तैयारी करते हैं.
- पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है, क्योंकि पुस्तकें अन्तःकरण को उज्ज्वल करती हैं.
- यदि मनुष्य सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है.
- जिंदगी का हर दिन ऐसे जीना चाहिए जैसे कि यह तुम्हारे जीवन का आखिरी दिन होने वाला है.
- कोई भी तुम्हारी मर्जी के बिना तुम्हें चोट नहीं पहुंचा सकता है..
- आपको खुद में ऐसे बदलाव करने चाहिए जैसा आप दुनिया के बारे में सोचते हैं.
ये है गांधीजी के विचार – गांधी जी के इन विचारों को अपनाकर आप भी अपने जीवन में बहुत बदलाव कर सकते हैं. अहिंसा का मार्ग आसान तो नहीं है, मगर इसपर चलकर सफलता ज़रूर मिलती है. गांधीगिरी के प्रचार के लिए कई बॉलीवुड फिल्में भी बन चुकी है और यदि सचमुच आज के दौर में लोग गांधी जी के अहिंसा के विचारों को अपना लें, जो हर दिन जो मारकाट, खून-खराबा, लड़ाई-झगड़े होते हैं, सब बंद हो जाएंगे.