3. सत्य के साथ प्रयोगों में महात्मा गाँधीजी ने अपने ब्रह्मचर्य के प्रयोगों के बारें में भी बताया है. एक व्यक्ति अपने जीवन की कमजोरियों को सबसे सामने बता रहा है और खुद बता रहा है किन्तु आप उसको बहादुर नहीं बोल रहे हैं. आप असल में कायर हो कि इस व्यक्ति को आप बहादुर नहीं बोल पा रहे हो.