गजानंद – ऐसे कई भारतीय हैं जो पाकिस्तान की जेल में पिछले कई सालों से सजा काट रहे हैं।
जुर्म केवल इतना था कि वे बॉर्डर पार गए। यह बॉर्डर किसी ने समुद्र में मछलियां पकड़ते-पकड़ते पार की तो किसी ने गलती से जमीन की सीमा रेखा को लांघ दी। फिर क्या था, पाकिस्तान के सैनिकों ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया और जासूसी के आरोप में जेल के अंदर भेज दिया।
ऐसे ही एक स्थिति है जयपुर के गजानंद की जिसे 32 साल की उम्र में 36 साल पहले गिरफ्तार किया था। हाल ही में इन्हें रिहा किया गया है। एक नजर आप इस तस्वीर पर डालेँ।
30 भारतीय कैदियों को पाकिस्तान ने किया रिहा
पाकिस्तान ने अपने स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले पाकिस्तान ने 13 अगस्त को 30 भारतीय कैदियों को जेल से रिहा किया है। इन रिहा हुए भारतीयों में 27 मछुआरे शामिल हैं। रिहाई के बाद सभी सोमवार को अटारी-वाघा बॉर्डर पहुंचे जहां पाकिस्तान के सैनिकों ने हिंदुस्तान के सैनिकों को इन भारतीयों कैदियों को सौंपा। इनमें जयपुर के गजानंद भी शामिल हैं।
जयपुर के गजानंद
इस फोटो में जो बुजुर्ग दिख रहे हैं उनका नाम गजानंद शर्मा है। यह जयपुर के हैं। जब इन्हें पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया था तो वे 32 साल के हट्टे-कट्टे जवान थे। जयपुर के रहने वाले 32 साल के जवान युवक गजानंद शर्मा को सीमा पर पाकिस्तानी रेंजरों ने गिरफ्तार कर लिया था। आज तक इनके अपराध के बारे में इन्हें मालूम नहीं चल पाया है और उस समय उन्हें सजा दो महीने के लिए हुई थी।
दो साल की सजा बनी 36 साल की सजा
गजानंद को आज तक नहीं मालूम चला है कि इन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया था। लेकिन इनके दो साल की सजा कब 36 साल की सजा बन गई उन्हें खुद नहीं मालूम चला। उन्होंने 36 सालों में वे पाकिस्तान की काल कोठरी में गुजार दिए। लेकिन सोमवार का दिन उनकी जिंदगी में सही मायने में आजादी की रोशनी की तरह आया जब पाकिस्तान द्वारा छोड़े गए 30 कैदियों में उनका नाम भी शामिल था।
Indian National Gajanand Sharma, who was imprisoned at Central Jail Lahore for past 36 yrs, released by Pakistan today. Sehdev Sharma, who came to receive Gajanand Sharma at Attari-Wagah border, says "this is a gift for our entire nation from the central govt on Independence Day" pic.twitter.com/JFVEzs6E7F
— ANI (@ANI) August 13, 2018
इस दौरान अटारी-वाघा सीमा पर पहुंचे सहदेव शर्मा ने कहा, ‘यह स्वतंत्रता दिवस पर केंद्र सरकार द्वारा हमारे पूरे देश के लिए एक उपहार है।’ सहदेव शर्मा पंजाब में एक्टिविस्ट हैं।
470 भारतीय पाकिस्तान में कैदी
जुलाई में सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक रिपोर्ट पेश की गई थी जिसके अनुसार, 418 मछुआरों समेत 470 भारतीय पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं। अब इन मछुआरों को कब रिहाई मिलेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा। तब तक के लिए रिहा हुए 30 भारतीय कैदियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।