यदि आज भी आप परमपरागत तरीके से ही पैसे के लेन देन में विश्वास करते हैं तो अपनी आदत को आज ही से बदलना शुरू कर दीजिए.
क्योंकि आने वाले दिनों में सरकार बैंकिंग ट्रांजैक्शन का डिजिटलीकरण करने जा रही है. नोटबंदी के बाद सरकार ने डिजिटल ट्रांजैक्शन की दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं.
भविष्य में हमारे बैंकिंग यानी डिजिटल लेन देन जो 4 तरीके होंगे उनकों आप अभी से ही जान लें.
डिजिटल लेन देन के तरीके –
1 – आधार पे आने वाले दिनों में हमारे लेन देन का सबसे अधिक आसान और प्रयोग किया जाने वाला तरीका होगा. धोखाधड़ी के खतरे से बेहद सुरक्षित होने के कारण इससे ग्रामीण इलाकों को भी कैशलेस बनाने में मिलेगी. बैंक खाते में बतौर पहचान पत्र आधार को जोड़कर आधार नंबर से बैंकिंग ट्रांजैक्शन कर सकेंगे.
2 – डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए भविष्य में लेन देन को माध्यम होगा उसमें मोबाइल फोन्स भी एक जरिया होंगे. इसके लिए स्मार्ट मोबाइल की जरूरत होगी. वर्तमान में पेटीएम के द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर सामान खरीदने और बेचने के लिए डिजिटल ट्रांजैक्शन किया जा रहा है.
3 – बैंकिंग लेन देन लिए जो तीसरा तरीका होगा वह है स्वाइपिंग. लोग अपने डेबिट और क्रेडिट को स्वाइप कराकर ने केवल खरदारी कर सकते हैं बल्कि किसी अन्य व्यक्ति के बैंक अकाउंट में पैसा भी ट्रांसफर कर सकते हैं. देश में शहरों और कस्बों में लोग अभी भी डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के अपनी जरूरत का सामन खरीद रहे हैं. साथ ही ऑनलाइन खरीदारी में इसका व्यापक पैमाने पर प्रयोग किया जा रहा है.
4 – उपर्यक्त तीनों माध्यम के बावजूद बैंक द्वारा ट्रांजैक्शन यानी पैसों के लेन देन की भी वर्तमान व्यवस्था मौजूद रहेगी. लेकिन इसका उपयोग छोटे लेन देन के साथ बड़े वित्तीय कारोबारी कार्यों जैसे ड्राफ्ट और चेक में किया जा सकेगा.
इसलिए आप अभी से अपने आप को इस नई व्यवस्था के लिए तैयार कर लीजिए. ताकि आपको बाद में अधिक परेशानी का सामना न करना पड़े.
ये हमारा आनेवाले डिजिटल लेन देन के तरीके – क्योंकि नीति आयोग की ओर से नोटबंदी के लिए बनाई गई मुख्यमंत्रियों की कमेटी की अहम बैठक में बैंकों से अनुरोध है कि कि सभी बैंक इन सुविधाओं को जल्द शुरु करें. ताकि बायोमैट्रिक सिस्टम के माध्यम से ग्राहक के पास स्मार्टफोन न होने की स्थिति में भी भुगतान किया जा सकेगा.