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भारत का ये कैसा कानून? नेता को बनाया दामाद, आम आदमी का हुआ सत्यानाश!

खोखली सिस्टम

काफी दिनों से दबी हुई आग को चिंगारी तब मिली, जब हमने देश के सिस्टम को गौर से जाना, समझा और देखा.

हमने पाया कि भारत का कानून हम आम इंसानों को धोखा दे रहा है, जबकि राज नेताओं को दामाद का दर्जा मिला हुआ है.

आप सोच रहे होंगे कि हम कैसी और किस धोखे की बात कर रहे है. आपको बतादे कि हम देश के उस खोखली सिस्टम की बात कर रहे है, जिनका इस्तमाल करके हमारे देश के नेता हम पर राज कर रहे है.

क्या आपको पता है?

हमारे देश में कुछ ऐसे कानून है, एक ऐसी खोखली सिस्टम है, जिनका भरपूर फायदा सिर्फ नेताओं को है. हमें यानि आम आदमी को बिलकुल नहीं.

आपको यकीन नहीं हो रहा हो तो ज़रा गौर से इन मुद्दों पर नजर डाले, आपको हमारी खोखली सिस्टम का पता चल जाएगा…

1. नेता चाहे तो दो सीट से एक साथ चुनाव  लड़ सकते है ! लेकिन…. आप दो जगहों पर वोट नहीं डाल सकते

2. आप जेल मे बंद हो तो वोट नहीं डाल सकते.. लेकिन नेता जेल मे रहते हुए चुनाव लड सकते है

3. किसी वजह से आप कभी जेल गए, तो आपको जिंदगीभर कोई सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी. लेकिन, नेता चाहे जितनी बार भी हत्या या बलात्कार के मामले में जेल गया हो,  फिर भी वो मंत्रीपद ले सकता है.

4. बैंक में मामूली नौकरी पाने के लिए, आपका ग्रेजुएट होना जरूरी है…. लेकिन, अंगूठा छाप नेता भारत का फायनेन्स मिनिस्टर बन सकता है.

5. आपको सेना में एक मामूली सिपाही की नौकरी पाने के लिये डिग्री के साथ 10 किलोमीटेर दौड़ कर भी दिखाना होगा. लेकिन नेता यदि अनपढ़-गंवार और लूला-लंगड़ा है, तो भी वह आर्मी, नेवी और ऐयर फोर्स का चीफ यानि डिफेन्स मिनिस्टर बन सकता है. इतना ही नहीं – देश के सिस्टम के अनुसार, जिसके पूरे खानदान में आज तक कोई स्कूल नहीं गया, वो नेता देश का शिक्षामंत्री बन सकता है और जिस नेता पर दुनियाभर के आपराधिक मामले चल रहे है, वो नेता पुलिस डिपार्टमेंट का चीफ यानि कि गृह मंत्री बन सकता है.

क्या आप हमारी बातों से सहमत है?

क्या आपको लगता है कि इस खोखली सिस्टम को बदल देना चाहिये?

क्या नेता और जनता, दोनो के लिये एक ही कानून होना चाहिये?

अगर हां… तो हमें आपके कमेंट्स और आपके साथ की बेहद जरुरत है. आपका साथ ही हमारी इस पहल को सफल आन्दोलन का रूप दे सकता है, वरना आने वाले नुकसान के ज़िम्मेदार हम खुद होंगे…

जय हिंद – जय भारत