ये साल रहा एक्सपेरिमेंट्स और इनोवेशन का खासकर येे सब देखने को मिला फ़िल्मों केे फ़नी डॉयलॉग्स में…
1. तनु वेड्स मनु–
“क्या शर्मा जी हम थोड़े बेवफा क्या हुए आप तो पूरे ही बद्चलन हो गए”
2. पीकू –
अपने बनारस स्टे के दौरान दीपिका पादुकोण इरफ़ान खान के बीच होता है.
नौकर – दादू बहुत देर से आंख बंद किए बैठे है.
दीपिका पादूकोण – चुप करके बैठ
इरफान खान – टपक गया तो बनारस से अच्छी कोई जगह नहीं
दीपिका पादूकोण – शट-अप
3. दम लगा के हईशा–
इस फ़िल्म में आयुष्मान खुराना को तीन चीज़ो से डर लगता हैं जो वो इस डायलॉग के जरिए एक्सप्रेस करते है.
“तीन चीज है कोई कुछ करले मेरी आंखों से आंसू टपकने से ना रोक सके. एक तो अंग्रेजी का प्रश्न पत्र, दूसरी कुमार शानू की आवाज, तीसरी पापा जी की चप्पल. ”
4. डॉली की डोली-
“जो लोग सोशल नहीं होते है वो सोशल नेटवर्किंग साईट पर होते है”
5. वेलकम टू कराची-
जैकी भागनानी – ये बार्डर तेरे को थोड़ा छोटा नहीं लग रहा है क्या ?
अरशद वारसी – अरे इंडिया और पाकिस्तान के बीच में है. सारे तार चोरी हो गए होंगे.
5. दिल धड़कने दो-
डॉग (आमिर खान की आवाज है नरेटर के तौर पर)-
अगर कोई लड़का किसी लड़की से मिले तो उसकी फैमली को कोई प्रॉब्लम नहीं. कहते है लड़का जवान हो गया है. लेकिन अगर कोई लड़की कोई लड़के से मिले तो इज्जत खराब हो जाती है. कमाल का लॉजिक है.
6. शमिताभ–
अपनी इम्प्रेसिव आवाज केे लिए मशहूर है अमिताभ बच्चन उनकी इसी आवाज का दमखम दिखा फ़िल्म शमिताभ में जिसमें उन्होंनेे दिए
कुछ कॉमेडी डॉयलॉग्स भी.
1. मुझसे पहले जीरो, बाद में भी जीरो, बस बीच में हीरो. क्योंकि जीरों के पीछे एक हीरो होता है.
2. प्यार एक ऐसी फालतू चीज है जिसे अपना कीमती वक्त देने पर भी रिटर्न में एक सेकेंड हैंड घड़ी भी नहीं मिलती.
7. बजरंगी भाईजान–
इस फ़िल्म में मुन्नी की तलाश में निकलते है बजरंगी भाईजान कुछ यू कॉमेडी सीन क्रियेट करते हैं.
नवाजुद्दीन सिद्दकी – इसकी अम्मी अब्बू को ढूंढोगे कैसे ?
सलमान खान – बजरंगबली मदद करेंगे ना
नवाजुद्दीन सिद्दिकी – पाकिस्तान में भी?
ये तो थे साल 2015 में रीलीज़ हुई फ़िल्मों के फ़नी डायलॉग्स जो फ़िल्म को देखकर आपको गुदगुदा भी चुके होंगे और हमारा ये आर्टिकल पढ़कर शायद आप भी इन्हें आसानी से नहीं भूल पाएंगे.