घर से गाँव व शहर तक – अभी दिवाली मनाने के बाद हम छठ मनाने की तैयारी कर रहें हैं, त्योहार आनंद के साथ साथ बेहतर ऊर्जा का भी संदेश लाते हैं ।
यह सुनहरा अवसर है कि हम इस ऊर्जा का प्रयोग सफाई अभियान को तीव्र गति देने में करें ।
जैसे दीपावली के अवसर पर हम वृहत् सफाई के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करते हैं उसी प्रकार शहर की सफाई के लिए हमें योजना बनाए रखनी होगी।
सबसे पहले उन चौक चौराहों की पहचान करनी होगी जँहा सफाई की सबसे ज्यादा जरूरत है। वहाँ पर उगे खप पतवार को हटा कर सुन्दर फूलों को लगाकर चौराहों का सौंदर्यकरण किया जा सकता है।
सड़क किनारे जमा कूड़े का निस्तारण करना ज़रूरी है । उससे भी ज्यादा ज़रूरी है कि उन स्थानों पर दुबारा कूड़ा जमा न हो या बेहतर होगा कि कूड़ेदान की व्यवस्था कर दी जाए। उस स्थान की सफाई बनी रहे, उसके लिए ज़रूरी है कि कूड़ा कूड़ेदान के अन्दर रहे, न कि कूड़ेदान के आसपास।
कूड़ेदान की निश्चित अन्तराल पर सफाई की जानी भी ज़रूरी है । बेहतर होगा कि यह कार्य प्रतिदिन दो बार यानिकि सुबह शाम बिना भूले किया जाए।
यहाँ यह कहना भी ज़रूरी है कि भारत जैसे विशाल देश में यह महती कार्य केवल सरकारी स्तर पर संभव नहीं है। स्थानीय स्वशासन इकाईयों के साथ साथ प्रत्येक व्यक्ति को सहयोग करना होगा।
नागरिकों का सफाई अभियान में योगदान निदेशन एवं निरीक्षण से शुरू होकर स्वयं की सक्रिय भागीदारी तक विस्तारित होगा।
हमें विश्वास है कि भारत में घर से गाँव व शहर तक हमारा सफाई अभियान बड़े लोगों के आशीर्वाद से सफल होगा।
हम आदर्श स्वच्छ स्थान विकसित करेंगे और यही अन्यों के लिए प्रेरणादायक होगें।