करिश्मा का करियर जब बुरे दौर से गुजर रहा था तब डेविड धवन की हीरो नंबर वन जैसी फ़िल्मों ने उनको सहारा दिया था इस जोड़ी ने कई हिट फ़िल्में दी थी. जब करीना से डेविड के साथ काम करने के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा था.
“मेरी बहन ने उनके साथ अपना करियर बनाया है, लेकिन मैं नहीं बनाना चाहती. मुझमे कुछ हटकर करने की हिम्मत है. कम से कम अगले चार साल, मैं खुद को डेविड धवन के साथ काम करते हुए नहीं देखना चाहती हूं. मैं उस तरह की फ़िल्में नहीं करना चाहती हूं. मैं सिर्फ अच्छे फ़िल्ममेकर्स के साथ काम करना चाहती हूं.
बॉक्स ऑफिस पर सफलता दोस्ती के समीकरणों पर भी प्रभाव डालती है.
चढ़ते सूरज को सभी सलाम करते हैं ऐसा सभी कहते है, आसमान में तारे तो कई होते है लेकिन सूरज एक ही होता है.
सूरज बनने की होड़ दोस्त को भी दुश्मन बना देती है. ठीक यही बात बॉलीवुड पर लागू होती दिख रही है जिसमें कहा जा सकता है कि जो दुश्मन ना दे दोस्त ने ही वो बयान दिया है.