4- चौरीचौरा कांड
1 फरवरी 1922 को चौरीचौरी कांड भारत के इतिहास का सबसे काला दिन साबित हुआ. जब इस दिन चौरीचौरा थाने के दारोगा गुप्तेश्वर सिंह ने आजादी की लड़ाई लड़ रहे वालंटियरों की खुलेआम पिटाई शुरू कर दी.
सत्याग्रहियों ने पुलिसवालों पर पथराव किया जिसके बाद पुलिस ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी और इस कांड में 260 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इसके बाद सत्याग्रहियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने थाने में बंद करके 23 पुलिसवालों को ज़िंदा जला दिया.