3 – राजनीति में परिवारवाद
राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा मिलने से एक विशेष समूह का जैसे देश पर कब्जा सा हो गया है. हर कोई देश के बजाय अपने हित साधने में जुटा हुआ है. आज लोगों की समस्याएं सुनना केवल बोट बैंक का हिस्सा बन चुकी हैं. रोहित वेमुला मामला भी उसी का एक हिस्सा है.