- राम प्रसाद बिस्मिल जी: वे काकोरी साजिश के प्रमुक सूत्रधार रहे थे. आर्य समाज से भी उनका गहरा नाता रहा था और उसी से प्रेरणा प्राप्त करके इन्होंने राष्ट्र स्वंतंत्रता संग्राम में उल्लेखनीय योगदान दिया, वे हिंदी और उर्दू में लिखते थे
“है लिए हथियार दुश्मन ताक़ में बैठ उधर,
और हम तैयार है सीना लिए अपना इधर,
खून से खेलेंगे होली ग़र वतन मुश्किल में है,
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है”