शरीर है विदेशी लेकिन आत्मा है भारतीय – भारत एक विशाल देश हैं, जहाँ अलग-अलग जाति,धर्म-संप्रदाय के 130 करोड़ लोग रहते हैं।
ऐसे में इतनी आबादी होने के बावजूद भी भारत में लोग सुख-चैन से रहते हैं। जो दुसरे देशों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं। लेकिन समय के साथ रोजगार की मांग ने कार्य-क्षेत्र में विस्तार किया है और यह विस्तार भारतीयों द्वारा दुनिया के कौने-कौने तक पहुँच चूका है। चाहे जो भी कार्य हो उस कार्य को करने में भारतीय हमेशा सक्षम रहे है फिर चाहे माउन्ट एबरेस्ट हो या अंटार्कटिका भारतियों ने अपना परचम हर जगह लहराया है।
लेकिन भारत की सम्रद्ध व्यवस्था को सिर्फ भारतियों ने ही नहीं बल्कि दुसरे देश के नागरिकों ने भी जाना है। इन लोगों ने भारत में रहने के लिए क्या कुछ नहीं किया । अपने देश का विरोध झेलने के बावजूद भारतीय नागरिकता प्राप्त की। और आज हम बात करने वाले है कुछ ऐसे लोगों के बारे में जो तन से भारतीय ना होकर मन से जरूर भारतीय कहलाते हैं।इनमें से अधिकतर लोग ऐसे हैं जिन्होंने जन्म तो भारत में लिया है लेकिन दुसरे देश में बस गए हैं और इसलिए इन्हें प्रवासी भारतीय कहा जाता है।यह भारतीय नागरिकता पाने के लिए 15000 रूपए एप्लीकेशन शुल्क के रूप में लिया जाता है। ये विदेशी नागरिक है-
शरीर है विदेशी लेकिन आत्मा है भारतीय –
1. अदनान सामी: 15 अगस्त 1971 को लन्दन में जन्मे अदनान सामी खान अब पूरी तरह भारतीय नागरिक बन चुके हैं। इनके दादा अफगानिस्तान के गवर्नर और इनके पिता पकिस्तान आर्मी में थे।विश्व के सबसे तेज़ प्यानो प्लेयर अदनान सामीअब अपने आपको भारतीय कहलाना पसंद करते हैं।
2. अक्षय कुमार: शायद कुछ ही लोग जानते होंगे कि अक्षय कुमार भारतीय नहीं बल्कि कनाडा के नागरिक है। भारत में वह प्रवासी भारतीय नागरिक के तौर पर रह रहे हैं।
3. शौन टेट:2011 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के फ़ास्ट बॉलर रह चुके शौन अब भारतीय प्रवासी नागरिकता पा चुके हैं। ऐसा उन्होंने भारतीय महिला से शादी करने के बाद किया।
4. सी.मोहन: अमेरिकन नागरिकता प्राप्त कर चुके तमिल मूल के कंप्यूटर साइंटिस्ट सी. मोहन भी प्रवासी भारतीय नागरिकता पा चुके हैं।
5. अलिया भट्ट: बॉलीवुड की एक्ट्रेस अलिया भले ही महेश भट्ट की बेटी है लेकिन आपको बता दें कि अलिया भट्ट यूनाइटेड किंगडम की नागरिक़ है और भारत में रहने के लिए उन्होंने प्रवासी भारतीय नागरिकता ली है।
5. सायरस मिस्त्री: २०१२ से २०१६ के बीच टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे सायरस मिस्त्री को आयरलैंड की नागरिकता प्राप्त है।वह भारत में प्रवासी भारतीय के तौर पर रह रहे हैं।
6. एंटोनियो कोस्टा: भारतीय मूल के पुर्तगाल के प्रधानमन्त्री एंटोनियो कोस्टा को भी प्रवासी भारतीय के तौर पर मान्यता प्राप्त है। यह मान्यता उन्हें खुद प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें सम्मानित करने के लिए दी है।
इनके शरीर है विदेशी लेकिन आत्मा है भारतीय – इन नामों के अलावा और भी कई लोगों ने भारतीय प्रवासी नागरिकता प्राप्त कर रखी है।