जलसंहर – देशभर में पानी के कहर की खबरें गूज रही है, आज टीवी, अखबार, रेडियों, टेलिविजन हर जगह पानी ही पानी फैला हुआ है।
पहले गर्मी की मार झेल रहे लोग बारिश की मांग कर रहे थे, लेकिन बारिश आई तो ऐसी की अब वो उनके जीवन-यापन पर कहर बन मंडरा रही है।
देश भर में जारी है जल का जलसंहर
कहीं पानी से सड़के जाम है, तो कही पानी घरों के अंदर आ गया है और कहीं तो लोग अपने ही घरों को छोड़कर दूसरी जगह रहने को मजबूर हो गए है। बीतें कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से लोगों का जीवन यापन काफी प्रभावित हो रहा है। बारिश की वजह से सड़कों पर जलभराव है, जिसके चलते पैदल यात्रियों के साथ-साथ गाड़ी वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी अधिक होने से गाड़िया व बसे सड़को पर ही जाम हो जा रही है।
गावों में जल का जलसंहर
गावों में तो भारी बारिश के चलते जन जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। एक ओर खेतों में पानी भर गया है, तो वहीं दूसरी ओर गांव के कच्चे घर व रोड़ पर हर तरफ पानी ही पानी भरा हुआ है। गांव में ऐसी भारी बारिश की वजह से हर जगह की बिजली व्यवस्था भी पूरी तरह से ठप पड़ गई है। ऐसे हालातों में कहीं न कहीं गांव के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी थम गई है।
जलसंहर से जमीनोदोज हो गई है दर्जनों बिल्डिंगे
जल के कहर की वजह से लगातार दिल्ली NCR से लेकर गाजियाबाद, नोएड़ा सब जगह से एक के बाद एक मकान ढहने, बिल्ड़िंग गिरने की खबरें लोगों के रात की नींद उड़ा रही है। भारी बारिश की वजह से कही सड़के धस रही है, तो कही पूरी बिल्ड़िग ही जमीनोदोज हो रही है। शाहबेरी, नोएडा, खोड़ा, दिल्ली व गाजियाबाद के अन्य कई इलाकों से बिल्डिंगों के ठहने की खबरें लगातार मीडिया में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। अभी नोएडा और गाजियाबाद के मिसल गढ़ी में गिरी इमारतों की जांच पूरी भी नहीं हुई थी कि खोड़ा कालोनी में एक शोरूम की बिल्डिंग गिर गई है। बतां दे कि पिछले 10 दिनों में दिल्ली एनसीआर में अबतक दर्जनों बिल्डिंग जमीनदोज हो गई है। ऐसे हालातों को देखते हुए प्रशासन ने जिन बिल्डिंगों के हालात खराब नजर आये उन्हें खाली करा दिया है और उन पर सील लगा दी है।
लगातार बढ़ रहा है नदियों का जलस्तर और जलसंहर
देश भर में जल के जलजले में दिल्ली से लेकर वारणसी तक की नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से काफी उपर आ गया है। बीते 4 दिनों से हो रही बारिश के चलते अब जल का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है व साथ ही कई इलाकों का पानी नदियों नहरों में छोड़ा जा रहा है। हथनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी से दिल्ली के यमुना नदी का जल चेतावनी स्तर को पार कर गया है। इससे सभी संबधित एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई हैं। वर्तमान में यमुना का जल स्तर 204.92 मीटर है जो कि खतरे के निशान से 0.09 मीटर ऊपर बताया जा रहा है।
इसके अलावा पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और बांधों से लगातार पानी छोड़े जाने से वाराणसी से बलिया तक गंगा में उफान से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वाराणसी गांगा घाट पानी में 2 घंटे में 1 cm की बढ़त हो रही है। बीते दो दिनों में लगभग 6 फिट पानी बढ़ गया है। घाटों के किनारे की सीढ़ियां-मंदिर पानी में डूब गए हैं। एक से दूसरे घाटों पर जाने का रास्ता पूरी तरह बंद होने के साथ गंगा आरती और शवदाह का स्थल बदल गया है रविवार को प्रशासन ने छोटी नावों के संचालन पर भी रोक लगा दी।
जलसंहर – अब ऐसे हालातों में प्रशासन को सजगता से काम लेते हुए इसका समाधान ढूंढ़ना होगा, वरना ये बारिश का कहर आम लोगों के जीवन पर अपना कहर कभी भी बरपा सकता है।