कैरियर

बस और कार से नहीं रोज़ाना उड़कर ऑफिस जाता है ये शख्स !

कुर्त वॉन बदिंस्की मोटिवज – रोज़ाना ऑफिस जाने के लिए कई किलोमीटर का सफर तय करना आसान नहीं होता, महानगरों में तो ट्रैवलिंग बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है.

मुंबई की लोकल हो या कोलकाता की बस पीक आवर्स में जब जगह भीड़ इतनी होती है कि आप सांस भी नहीं ले पाते. कुछ खुशकिस्मत लोग ही ऐसे होते हैं जिनका ऑफिस घर के पास होता है और वो बस, ट्रेन और कार के सफर से बच जाते हैं.

कई लोग तो रोज़ाना 50, 100 और 200 किलोमीटर का सफर तय करके ऑफिस पहुंचते है.

आमतौर पर लोग बस, ट्रेन और कार से ही सफर करते हैं, मगर अमेरिका के लॉस एंजलस के शहर बरबैंक के रहने वाले कुर्त वॉन बदिंस्की रोज़ाना आफिस जाने के लिए बस, कार या ट्रेन का इस्तेमाल नहीं करतें. क्योंकि उन्हें रोज़ाना 1250 किलोमीटर का अप-डाउन करना होता है ऐसे में यदि वो कार से आते-जाते तो कम से कम 6 घंटे लगेंगे. इसलिए वो उड़कर ऑफिस पहुंचते हैं.

कुर्त वॉन बदिंस्की मोटिवज नामक एक फिटनेस टेक कंपनी के मालिक हैं. उनकी कंपनी का ऑफिस है सैन फ्रांसिस्को में, जो बरर्बैंक से करीब 600 किलोमीटर दूर है. ऐसे में उनके पास ऑफिस पहुंचने का बस एक ही रास्ता है कि वो रोज फ्लाइट से ऑफिस जाएं.

बदिंस्की को अपने रोज के सफर के लिए दो कार और 1 प्लेन की जरूरत पड़ती है. वह सुबह 5 बजे उठकर तैयार होते हैं. फिर अपनी कार से 20 किलोमीटर दूर एयरपोर्ट तक जाते हैं. वहां कार पार्किंग में छोड़ कर प्लेन पकड़ते हैं. प्लेन का सफऱ डेढ़ घंटे का होता है. प्लेन से उतरने के बाद एक और कार जो सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर खड़ी होती है, उससे वह एयरपोर्ट से 32 किलोमीटर दूर अपने ऑफिस पहुंचते हैं. वापसी में भी कुछ ऐसा ही होता है. ठीक 5 बजे ऑफिस छोड़ देना पड़ता है, ताकि सवा सात की फ्लाइट मिस न हो जाए. वही 2 कारें और 1 प्लेन का सफर करके वह रात 9 बजे तक घर पहुंचते हैं.

कुर्त वॉन बदिंस्की मोटिवज का प्लेन का एक महीने का खर्च करीब 2300 डॉलर है, यानी लगभग 1,50,000 रुपये. उनको ये सुविधा भी हासिल है कि वह एयरपोर्ट के मेन टर्मिनल एंट्रेंस और रेगुलर सिक्योरिटी चेकअप को बाईपास कर सके. वह अपनी कार पार्क करने के बाद सीधे प्लेन तक जा सकते हैं यानी चेकिंग मे उनका समय बर्बाद नहीं होता. डेढ़ घंटे की फ्लाइट में बदिंस्की अपने कई सारे पेंडिंग काम निपटाते हैं. मेट्रो में, लोकल ट्रेन में, रोडवेज की बसों में सवार होकर रोज ऑफिस पहुंचने वाले लोगों को भले ही इनसे जलन हो कि ये तो भई फ्लाई से ऑफिस जाता है, लेकिन रोज़ाना 1250 किलोमीटर का सफर करना खाने का काम नहीं है. मुंबई में तो लोग 70-80 किलोमीटर का सफर तय करके ही इतनी बुरी तरह थक जाते हैं कि रात को घर आने के बाद कोई काम करने लायक नहीं बचतें.

कुर्त वॉन बदिंस्की मोटिवज जैसा शख्स जो महीने का डेढ़ लाख रुपए सिर्फ प्लने पर खर्च करता है ज़ाहिर है उसकी सैलरी भी अच्छी खासी होगी, वरना रोज़ उड़कर ऑफिस पहुंचने की हिम्मत तो किसी में नहीं है.

Kanchan Singh

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