अच्छी पुस्तकें एक अच्छे मित्र की तरह होती है.
जिसने भी ये कहा था बहुत ही सच कहा है. पुस्तकें ना सिर्फ समय बिताने का साधन है बल्कि पुस्तकें हमें जिन्दगी की कठिन राहों में आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखाती है और सफर को आसान भी करती है.
आज के दौर में किताबें पढ़ना बहुत ही कम हो गया है. इन्टरनेट के तेज़ दौर में शायद बिरले ही होंगे जो पुस्तकें पढ़ते होंगे.
किताबों की अनदेखी से किताबों का तो शायद कोई नुक्सान नहीं हो पर हमारा काफी नुक्सान हो जाता है. एक अच्छी किताब ना जाने कब जिंदगी की कौनसी मुश्किल आसान करने में मदद कर दे. यूँ तो दुनिया में लाखों करोड़ो किताबें है कौनसी पढ़ें कौनसी नहीं ये तो कोई भी नहीं बता सकता. फिर भी अपने अनुभव के आधार पर आज आपको पांच ऐसी किताबों के बारे में बताते है जिनको पढ़कर ना सिर्फ आपका दिमाग खुलेगा बल्कि आपकी सोच एवं समझ में भी बदलाव आएगा.
द फाउंटेनहेड
1943 में आयन रैंड का लिखा ये उपन्यास पूरे विश्व में प्रसिद्ध है.
आज भी इस किताब को उतने ही चाव से पढ़ा जाता है जितना उस समय.
इस किताब की खास बात ये है कि जैसे ये पुस्तक उस दौर में भी अपने समय की बात कहती थी वैसे ही आज भी ये आज के समय की बात कहती है. फाउंटेनहेड कहानी है हॉवर्ड रोर्क नाम के वास्तुकार (आर्किटेक्ट ) की. इस कहानी में बहुत से किरदार है और उन किरदारों की सबसे खास बात की पाठक किसी ना किसी किरदार से खुद को जोड़ लेते है. इस किताब की दूसरी सबसे खास बात ये है कि इसके किरदार भी आम लोगों जैसे ही है जो परिस्थितियों के अनुसार बदल जाते है. जो लोग शुरुआत में गलत लगते है आगे जाकर अच्छे लगने लगते है और जो अच्छे लगते है वो आगे जाकर बुरे बन जाते है. इस उपन्यास की एक एक कोटेशन खजाना है जिन्दगी के पाठ का.
ये उपन्यास हमें सिखाता है कि इस दुनिया में कुछ भी पूरी तरह सफ़ेद या पूरी तरह काला नहीं है सब कुछ धूसर (ग्रे ) है.
इनटू द वाइल्ड
ख़ुशी तभी सच्ची है जब वो दूसरों के साथ बांटी जाए ये फलसफा है इस बहुत ही खूबसूरत किताब का.
जॉन क्रुकर की लिखी ये किताब जीवन गाथा है क्रिस्टोफर मैकेंडलस नामक युवा की जिसने एक बहुत अच्छी शिक्षा पाने के बाद भी अपना सब कुछ छोड़ कर यात्रा की सुदूर अलास्का की. भौतिक सुख साधनों और झूठे रिश्तों की वजह से किस टार मनुष्य का जीवन बंध जाता है और कैसे छोटी छोटी आसान बातों से ये बेड़ियाँ तोड़ी जा सकती है. ये सिखाती है ये पुस्तक. एक ऐसी यात्रा जो पढने वाले को भी अपना हमसफर बना लेती है. क्रिस के साथ चलते चलते छोटी छोटी बातों से ना जाने जिन्दगी के कितने महत्वपूर्ण पाठ सीख जाते है. पुस्तक ख़त्म होने के बाद आप अपने आप में बहुत से सकारात्मक बदलाव पाते है और जिंदगी को एक नए अंदाज़ से देखने लगते है.
रेबेल
ओशो रजनीश, सबसे विवादास्पद धर्मगुरुओं में से एक. बहुत से लोगों की भ्रान्ति है की वो सिर्फ सेक्स के बारे में ही बात करते थे. लेकिन सच इस बात से एकदम परे है. अगर रजनीश का अध्ययन किया जाए तो वो सेक्स नहीं स्वतंत्रता में ज्यादा विश्वास रखते थे. स्वतंत्रता शरीर की, विचारों की और मैन मस्तिष्क की. जितने जंजालों में बांधेगे उतनी ही जीवन में कठिनाइयाँ पैदा होगी. उनकी लिखी ये किताब बहुत खूबसूरती से मानव व्यवहार का चरित्र चित्रण करती है.ये पुस्तक विभिन्न प्रश्नोत्तर पर आधारित है ऐसे प्रश्न जिनका उत्तेर हम में से बहुत से लोग तलाशते रहते है . इसमें बताया है कि एक विद्रोही और एक क्रांतिकारी में क्या अंतर है ? कैसे हर जीव में एक विद्रोही और एक क्रांतिकारी होता है. क्यों हमें हमेशा अपने अन्दर के विद्रोही को जगाना चाहिए और क्यों क्रांतिकारी से बचकर रहना चाहिए.
द लिटिल प्रिंस
ये किताब कहने को तो बच्चों के लिए है पर इसे पढ़ना हर किसी को चाहिए. जिन्दगी के बड़े बड़े सवालों का जवाब इतनी आसानी से और इतनी मस्सोमियत से दे देती है ये किताब. 1943 में लिखा था फ्रांस के मशहूर लेखक,कवि, विमान चालक और अभिजात्य नागरिक Antonine de saint – Exupery ने . ये कहानी चित्रों के माध्यम से समझाई गयी है. कहानी में एक विमानचालक को दुसरे ग्रह से आया एक बच्चा मिलता है जो विमानचालक को अपने अनुभव बताता है. उन अनुभवों में पाठक पाते है कि वो सब हमारी ही दुनिया के अलग अलग रंग है. ये किताब सभी को कम से कम एक बार ज़रूर पढनी चाहिए.
एक दार्शनिक अंदाज़ में लिखी ये पुस्तक बच्चों का मनोरंजन करती है और बड़ों को जीने की राह दिखाती है.
हाउ टू बी लाइक वाल्ट
वाल्ट डिस्नी, शायद ही कोई होगा जो ये नाम नहीं जानता होगा. आज के युग में जब हर एक युवा अपने दिल में एक सफल उद्यमी बनने का ख्वाब देखता है तो उसके लिए वाल्ट से बेहतर कोई प्रेरणास्त्रोत नहीं हो सकता. ये पुस्तक सिखाती है की वाल्ट के जीवन से सीख लेकर कैसे हम वाल्ट जैसे बन सकते है. इस पुस्तक में पहले वाल्ट के जीवन के किस्से बताये है, उनकी सफलता और असफलता की कहानी और उसके बाद बताया है कि उस परिस्थिति विशेष में वाल्ट ने कैसे अपने जीवन का सही निर्णय लिया. मिकी माउस की कहानी से लेकर डिस्नी लैंड के निर्माण तक वाल्ट ने क्या क्या कैसे कैसे किया सब कुछ बताती है ये किताब. योग्यता लगन और कड़ी मेहनत से क्या क्या किया जा सकता है ये समझना हो तो ये पुस्तक ज़रूर पढनी चाहिए.
ये है वो पांच पुस्तकें जिसे पढ़कर हम अपना जीवन संवार सकते है. अगर किताबें पढने की आदत छूट भी गयी हो तो एक बार इन पुस्तकों को आजमाकर देखिये पढने में बहुत ही रोचक और साथ ही साथ कामयाबी की राह पर आगे ले जाने में भी सहायक है.
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